आज शाम 7 बजे व्यापारी करेंगे थाली और घंटी बजाकर सरकार का विरोध


आज शाम 7 बजे व्यापारी करेंगे थाली और घंटी बजाकर सरकार का विरोध


छोटा अखबार।


राष्ट्र के सभी ट्रेड एसोसिएशन एवं व्यापार मंडल के परिसंघ, फेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया व्यापार मंडलों का कहना है कि विदेशी स्वामित्व वाले ई-कॉमर्स कंपनियों को अगले कुछ महीने तक किसी भी प्रकार के कारोबार की अनुमति प्रदान नहीं की जाए। साथ ही ग्रीन जोन में काम करने वाले खुदरा दुकानदारों को बिक्री की अनुमति मिले।



देश में लॉकडाउन के दूसरे चरण में गैर जरूरी उत्पादों की बिक्री में ई-कॉमर्स कंपनियों को छूट से देश के खुदरा व्यापारी ने नाराजगी व्यक्त की है। व्यापारियों ने आज 19 अप्रैल 2020 को शाम सात बजे सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए थाली बजाकर सरकार का विरोध करने का फैसला किया है। 



लॉकडाउन में ई-कॉमर्स कंपनियों को ऑनलाइन सामान बिक्री की छूट दिए जाने का विरोध तेज होता जा रहा है। इससे नाराज खुदरा दुकानदारों का कहना है कि आगामी 20 अप्रैल से ऑनलाइन गैर आवश्यक वस्तुओं की बिक्री को छूट दिया जाना किसी भी प्रकार से सही नहीं है। ये खुदरा व्यापार को खत्म करने की एक साजिश है। इस कारण दुकानदारों ने इस फैसले का शांतिपूर्वक विरोध करने का निर्णय लिया है। 19 अप्रैल रविवार को शाम 7 बजे व्यापारी अपने घर में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए थाली, घंटी और शंख बजाकर सरकार के इस निर्णय का विरोध करेंगे।



फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महामंत्री वी के बंसल ने कहा है कि लॉकडाउन को सफल बनाने में राष्ट्र के खुदरा व्यापारियों का अभूतपूर्व योगदान रहा है और एक योद्धा की भांति 130 करोड़ नागरिकों को आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करा रहे हैं। अन्य गैर जरूरी वस्तुओं का कारोबार करने वाले व्यापारी भी इस दौरान वंचित वर्ग को लगातार भोजन आदि की व्यवस्था कर रहे हैं और अपने राष्ट्र धर्म का पालन कर रहे है। अफसोस की बात है कि सरकार घरेलू खुदरा व्यापारियों के हितों की अनदेखी कर विदेशी स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनियों को 20 अप्रैल से गैर आवश्यक वस्तुओ को ऑनलाइन बिक्री करने की अनुमति दे दी है। फेडरेशन का कहना है कि पहले तो अर्थव्यवस्था की सुस्ती के चलते, फिर कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन बंद व्यापार में भी कर्मचारियों का वेतन वेतन, बिजली एवं अन्य खर्च उठाने के कारण घरेलू खुदरा कारोबारी पहले से ही संकटग्रस्त है। ऐसे में सरकार के इस कदम से वह तबाह हो जाएंगे। आगामी गर्मी के सीजन को देखते हुए खुदरा कारोबारियों ने एयर कंडीशनर, कूलर, फ्रीज़, पंखे, रेडीमेड गारमेंट्स, मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य सामानों का पूरे सीजन के लिए स्टॉक खरीद कर अपने गोदाम में रख लिया है। लेकिन लॉकडाउन के चलते उसे बेच नहीं पा रहे हैं। यदि ई-कॉमर्स कंपनियों ने लॉकडाउन के दौरान यह सब सामान बेच दिया तो फिर खुदरा व्यापारियों से कौन सामान खरीदेगा।


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