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Showing posts from February 15, 2020

31 मार्च तक आधार, पैन को करें लिंक, नहीं तो पैन कार्ड रद्द

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31 मार्च तक आधार, पैन को करें लिंक, नहीं तो पैन कार्ड रद्द छोटा अखबार। 31 मार्च 2020 तक अगर आपने अपने आधार कार्ड को पैन कार्ड के साथ लिंक नहीं किया तो पैन कार्ड से जुड़े कुछ काम रुक सकते हैं और पैन कार्ड को रद्द भी किया जा सकता है।आधार-पैन लिंक के लिए तारीख को कई बार आगे बढ़ाया गया है और अब इसके लिए आख़िरी तारीख़ 31 मार्च है जिसके बाद पैन अन-ऑपरेटिव हो जाएगा। आयकर विभाग के अनुसार आयकर रिटर्न भरने के लिए पैन कार्ड की ज़रूरत होती है। दोनों दस्तावेज़ लिंक न होने पर लोगों को कुछ परेशानी आ सकती है। हालांकि दोनों दस्तावेज़ों को 31 मार्च के बाद भी लिंक किया जा सकेगा। लेकिन इस तारीख के बाद पैन को आधार से लिंक करने पर वह उसी दिन से माना जाएगा जिस दिन उसे लिंक किया जाएगा। आयकर विभाग ने अपनी वेबसाइट पर आधार पैन लिंक करने की ऑनलाइन सुविधा दी है। साथ ही अगर कोई ये देखना चाहे कि उसका आधार और पैन लिंक हुए हैं या नहीं तो वो भी आसानी से ऑनलाइन देखा जा सकता है।  

सुशासन ही सरकार का मुख्य उद्देश्य — मुख्यमंत्री

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सुशासन ही सरकार का मुख्य उद्देश्य — मुख्यमंत्री छोटा अखबार। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आमजन से जुड़े छोटे-छोटे कामों के लिए लोगों का राजधानी तक आना गंभीर बात है। ऎसे मामलों में जिन अधिकारियों-कर्मचारियों की लापरवाही सामने आती है, उनकी जिम्मेदारी तय की जाए। उन्होंने कहा कि सुशासन ही सरकार का मुख्य उद्देश्य है और जिला कलेक्टर इसकी महत्वपूर्ण कड़ी हैं। वे कप्तान की तरह सभी विभागों से समन्वय कर बेहतर सर्विस डिलीवरी सुनिश्चित करें। गहलोत मुख्यमंत्री कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कलक्टरों के साथ मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना में दवाओं की उपलब्धता, अस्पतालों में चिकित्सा उपकरणों की स्थिति, टीकाकरण, सिलिकोसिस एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार के प्रकरणों में सहायता, मुख्यमंत्री जनसुनवाई एवं सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री की जनसुनवाई को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त पत्रों को कलेक्टर स्वयं देखें। उन्होंने कहा कि सम्पर्क पोर्टल तथा मुख्यमंत्री जनसुनवाई के प्रकरणों की जिला कलेक्टर साप्ताहिक स

गुजरात में छात्राओं से जबरन जाँच के लिए अंडरवियर उतरवाए

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गुजरात में छात्राओं से जबरन जाँच के लिए अंडरवियर उतरवाए छोटा अखबार। गुजरात के श्री सहजानंद गर्ल्स इंस्टीच्यूट (SSGI) के होस्टल की छात्राओं से कथित तौर पर जबरन इस बात की जाँच के लिए अंडरवियर उतरवाए गए कि उन्हें कहीं पीरियड्स तो नहीं हो रहे। गुजरात समाचार सूत्रो के अनुसार होस्टल प्रमुख ने प्रिंसिपल से शिकायत की थी कि कुछ लड़कियों ने पीरियड्स के दौरान छात्रावास की धार्मिक परंपरा की अवमाननना की है। इस शिकायत के बाद छात्राओं को स्वामीनारायण संप्रदाय के नियमों को लेकर सख़्त बातें कही गईं और कहा गया कि जो भी छात्रा पीरियड्स से ग़ुजर रही है वो अपनी इच्छा से सामने आए। छात्राओं का कहना है कि इस घटना से उन्हें मानसिक सदमा पहुँचा है और वे इसके लिए ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की माँग कर रही हैं। गुजरात महिला आयोग की अध्यक्ष लीलाबेन अंकोलिया ने खबरनविसों को बताया कि आयोग की ओर से पुलिस के सामने चार लोगों के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज की गई है जिनमें कॉलेज की प्रिंसिपल भी शामिल हैं। इस घटना की जाँच के लिए एक समिति गठित की है जो कॉलेज का दौरा करेगा। वहीं कॉलेज प्रशासन ने इस घटना पर हैरानी जत