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Showing posts from April 3, 2023

"तब चीलगाड़ी" को पहली बार देखने उमड़ पड़ा था सारा जयपुर"

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 "तब चीलगाड़ी" को  पहली बार देखने उमड़ पड़ा था सारा जयपुर"     —जितेन्द्र सिंह शेखावत छोटा अखबार। करीब सौ साल पहले जयपुर के आसमान पर हवाई जहाज उड़ने लगे थे। यह विमान गांव और शहर में  चीलगाड़ी के नाम से चर्चित हो गए थे। ऊपर से उड़ता हुआ विमान दिखता तो लोग  काम काज छोड़ चीलगाड़ी को देखने निकल जाते और बहुत खुश होते।  17 नवंबर 1935 को सांगानेर हवाई अड्डे का उद्धघाटन हुआ। तब जोधपुर फ्लाइंग क्लब के फ्लाइंग अफसर गॉडविन ने जहाज से हवाई कलाबाजी का जोरदार प्रदर्शन किया था।   फ्लाइंग लेफ्टिनेंट आपटान ने जयपुर वासियों को विमान में बैठने मौका भी दिया। कुछ साहसी लोग ही जहाज में बैठने के लिए तैयार हुए थे।     तीन साल बाद सन् 1938 में ढूंढाड़ राज्य की सारी प्रजा को  करीब से चील गाड़ी को दिखाने के लिहाज से सवाई मानसिंह ने सांगानेर  हवाई अड्डे पर हवाई करतबों  के मेले का आयोजन करवाया।   रॉयल इंडियन एयरफोर्स ने  विमान उड़ा कर पैराशूट और गोलाबारी के युद्धाभ्यास का रोमांचक प्रदर्शन किया था। उड़ती चीलगाड़ी को करीब से देखने शहर और गांवों के हजारों नर नारी सांगानेर  हवाई अड्डे की तरफ उमड़ पड़े थ

भाजपा की कमजोर कन्धों पर सत्ता की पालकी

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भाजपा की कमजोर कन्धों पर सत्ता की पालकी  —सत्य पारीक छोटा अखबार। प्रदेश भाजपा ने " कमजोर कन्धों पर सत्ता की पालकी " उठाने की कोशिश की है आगामी 2023 के होने वाले चुनाव की । सत्ता में भाजपा की वापसी लाने के चार नहीं बल्कि तीन कहार के रूप में जिन नेताओं के कंधों का इस्तेमाल किया गया है वो कमजोर ही नहीं बल्कि जर्जर हैं । जैसे चूरू जिले के ही वरिष्ठ विधायक राजेन्द्र राठौड़ अब तक उपनेता प्रतिपक्ष बने हुए थी उन्हें प्रमोट करके नेता प्रतिपक्ष थोपा गया है । उनसे पहले उनके जिले से ही राजनीति में जिलाबदर हुए डॉ सतीश पूनियां को प्रदेशाध्यक्ष के पद से धकिया कर उपनेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है ।            पूनियां का तीन साल से अधिक का कार्यकाल बेहद निराशाजनक रहा था इसी कारण चुनावी साल में ही उन्हें पद से रुखसत कर संगठन के कार्यो से अनभिज्ञ चितौड़ के सांसद सी पी जोशी को कमान सौंपी गई है ।कुल मिला कर तीनों के नाम ही ऐसे हैं जैसे कि " रमी के खिलाड़ी ताश की कई गडिया " मिला कर खेलते हैं । राठौड़ और पूनियां की जोड़ी उस समय फ्लॉप साबित हुई थी जब कांग्रेस की सरकार को उखाड़ फेंकने का