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Showing posts from October 21, 2023

गहलोत की गद्दी पर फेवीकोल लगा है या उनके नीचे?

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 गहलोत की गद्दी पर फेवीकोल लगा है या उनके नीचे?  सुरेन्द्र चतुर्वेदी छोटा अखबार। राजनीति में कुछ भी हो सकता है। कुछ भी यानि कुछ भी। सुई में धागे की तरह हाथी भी निकल सकता है। कम से कम कांग्रेस में तो यही हो रहा है। कल तक एक दूसरे की प्रभुसत्ता को मिट्टी में मिला देने की कसम खाने वाले अशोक गहलोत और सचिन पायलट टिकिट के बंटवारे में लगभग एक मत हो गए हैं।गहलोत ने कह दिया है कि मानेसर के बाड़े में बग़ावत करने वाले अधिकांश विधायकों को पुनः टिकिट दिया जा रहा है तो सचिन उनसे दो क़दम आगे निकल कर कह रहे हैं कि जिताऊ  उम्मीदवार कोई हो उसे टिकिट दिया जाना चाहिए भले ही उसने सोनिया जी की अवमानना ही क्यों न की हो। ज़ाहिर है कि सचिन अब शान्ति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेन्द्र राठौड़ को टिकिट दिए जाने के विरोधी नहीं। अंदर खाने सचिन और गहलोत यह समझ गए हैं कि एक दूसरे का साथ नहीं दिया गया तो नुक़सान दोनों का ही होगा। अशोक गहलोत अच्छी तरह से जानते हैं कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनने का जो सपना देख रहे हैं उसके लिए उनके पास इस बार भी संख्या बल उनके मुक़ाबले नहीं आ सकेगा। उनकी गहलोत अपनी बोई हुई शानदार फ़सल को ख़ुद के ल

गरबों की आड में यौनाचार

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 गरबों की आड में यौनाचार अशोक शर्मा  छोटा अखबार। माता रानी के दरबार में जाने के लिए घर से निकाली और अपने आशिक के पास पहुंच गई। दोनों रतिक्रिया में लिप्त थे कि तभी धर लिये गए। यह घटना है इन्दौर की। यहां पर एक लड़की अपने घर से यह कह कर निकली कि वह माता के दरबार में गरबा नृत्य में शामिल होने जा रही है लेकिन उसकी जगह वह अपने एक मुसलमान आशिक के पास पहुंच गई। एक सरकारी शौचालय में दोनों नग्नावस्था में रतिक्रिया में लिप्त थे कि अचानक बजरंग दल के कुछ लोग वहां पहुंच गए और उन्होंने दोनों की पिटाई कर दी। चालाक मुस्लिम युवक खुद को घायल कर वहां से भाग गया। यह है गरबा नृत्य में शामिल होने जाने वाली कई लड़कियों और युवतियों की हक़ीक़त। गरबा नृत्य की आड में पिछले एक दशक से ऐसी ढेरों घटनाएं घट रही हैं। यह बात अकेले इन्दौर की नहीं है बल्कि पूरे देश की है। कभी गुजरात में गरबा महोत्सव एक सांस्कृतिक परम्परा और माता के प्रति श्रद्धा के रूप में मनाए जाते थे लेकिन अब न श्रद्धा बची और न ही सांस्कृतिक परम्परा। अब इसमें आवारगियों ने प्रवेश कर लिया है। इस हकीकत को सब जानते हैं लेकिन कोई नहीं बोलता। पूछने पर एक ही ज