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Showing posts from October 19, 2023

परिचित ने नशीला पदार्थ पिलाकर किया नाबालिग छात्रा से रेप

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 परिचित ने नशीला पदार्थ पिलाकर किया नाबालिग छात्रा से रेप छोटा अखबार। जयपुर में परिचित युवक के नाबालिग छात्रा से रेप करने का मामला सामने आया है। स्कूल छोड़ने के बहाने बाइक पर लिफ्ट देकर किडनैप कर ले गया। डरा-धमकाकर जबरन नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ रेप किया। जवाहर सर्किल थाने में नाबालिग पीड़िता के पिता ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। मामले की जांच SHO (जवाहर सर्किल) दलवीर सिंह कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि जगतपुरा निवासी व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। उनकी नाबालिग बेटी प्राइवेट स्कूल में पढ़ती है। स्कूल आते-जाते समय नाबालिग बेटी से मिलने के लिए आरोपी विनोद कोशिश करता था। शनिवार को बस छूटने पर नाबालिग बेटी पैदल स्कूल जा रही थी। रास्ते में अकेला पाकर आरोपी विनोद ने बाइक से स्कूल छोड़ने की कही। बहला-फुसलाकर नाबालिग बेटी को बाइक पर बैठाकर स्कूल छोड़ने की जगह किडनैप कर ले गया। एक कमरे पर ले जाकर डरा-धमकाकर जबरदस्ती नशीला पदार्थ पिलाकर रेप किया खुद के पिता के पुलिस में होने की बताकर डराया-धमकाया। किसी को बताने पर ठीक नहीं होने की धमकी देकर स्कूल के बाहर छोड़कर फरार हो गया। डरी-सहमी रहने के बाद पीड़ित

बॉयफ्रेंड ने किया युवती से रेप

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 बॉयफ्रेंड ने किया युवती से रेप छोटा अखबार। जयपुर में एक बॉयफ्रेंड के युवती से रेप करने का मामला सामने आया है। विरोध करने पर आरोपी ने शादी करने का वादा किया। रेप के दौरान प्रेग्नेंट होने का पता चलने पर आरोपी बॉयफ्रेंड छोड़कर भाग गया। प्रताप नगर थाने में पीड़िता ने आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है। मामले की जांच SHO (प्रताप नगर) जहीर अब्बास कर रहे है। पुलिस ने बताया कि उत्तर प्रदेश निवासी 19 साल की लड़की ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। वह प्रताप नगर में एक हॉस्टल में रहती है। करीब 4 महीने पहले उसकी मुलाकात मोहित वर्मा से हुई थी। बातचीत के दौरान दोनों में दोस्ती हो गई। आरोप है कि करीब 2 महीने पहले आरोपी ने उसे मिलने के बहाने होटल में बुलाया। मिलने जाने पर आरोपी ने जबरदस्ती उसके साथ रेप किया। विरोध करने पर शादी करने का वादा किया शादी करने का झांसा देकर उसके हॉस्टल में आकर दो महीने तक देह शोषण करता रहा। प्रेग्नेंट होने पर शादी करने का दबाव बनाने पर आरोपी बॉयफ्रेंड मोहित ने मना कर दिया। उससे दूरी बनाने के साथ ही छोड़ भागा। धोखे का एहसास होने पर पीड़िता ने आरोपी मोहित के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।

आरपीए क्वार्टर जयपुर में महिला कॉन्स्टेबल का गला काटा

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आरपीए क्वार्टर जयपुर में महिला कॉन्स्टेबल का गला काटा छोटा अखबार। राजस्थान पुलिस एकेडमी (आरपीए) स्थित सरकारी क्वार्टर में महिला कॉन्स्टेबल पर बदमाश ने जानलेवा हमला कर दिया। बदमाश ने महिला के गले पर धारदार हथियार से वार किया। जिससे कॉन्स्टेबल के गले पर कट लग गया। महिला के गले में 8 टांके आए। घटना जयपुर के शास्त्री नगर थाना इलाके की 18 अक्टूबर की रात करीब 2 बजे की है। बुधवार रात वह क्वार्टर में पति और बच्चों के साथ सो रही थी। इसी दौरान अज्ञात बदमाश क्वार्टर में घुसा। बदमाश के घुसने पर वह जाग गई। शोर किया तो बदमाश ने उस पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इससे उसके गले पर गहरा घाव हो गया। आरोपी क्वार्टर का दरवाजा बाहर से बंद कर फरार हो गया घायल होने के बाद भी कॉन्स्टेबल ने बदमाश को पकड़ने का काफी प्रयास किया। पति ने भी पकड़ने की कोशिश की, लेकिन बदमाश क्वार्टर का दरवाजा बाहर से बंद कर फरार हो गया। कॉन्स्टेबल ने शोर मचाकर आसपास में रह रहे पुलिसकर्मियों को मौके पर बुलाया। पुलिसकर्मियों ने गेट खोला। महिला को पति कांवटिया अस्पताल लेकर गया। महिला कॉन्स्टेबल के गले पर 8 टांके आए। अस्पताल से महिला

शराब, शबाब और चुनाव

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 शराब, शबाब और चुनाव प्रदेश में 36 करोड की शराब एक दिन की घूंट छोटा अखबार। आजादी के बाद से अब तक बगैर शराब और शबाब के कभी भी कोई भी चुनाव सम्पन्न नहीं हुआ। तब से दोनों की गलबहियां बा-दस्तूर चली आ रही हैं। पीढ़ियां बीत गई, जमाने बदल गए ,चेहरे बदल गए, लेकिन इन दोनों का याराना दशकों से परवान चढ़ा आ रहा है। अब चूंकि चुनाव चौखट पर हैं तो हर चुनाव की भांति इस चुनाव के लिए भी करोड़ों की शराब देश के हर राज्य में चोरी-छिपे अंदर-बाहर हो रही है। और शबाब, उन्होंने भी अपने भाव बढ़ा कर सजना-संवरना शुरू कर दिया है। भले ही शबाब लिपा-पुता हो लेकिन नशे में किसे पता चलता है। चूंकि राजस्थान सहित अन्य राज्यों में चुनावों ने दस्तक दे दी है फलतः शराब के गोदाम के गोदाम भरे भी जा रहे हैं और खाली भी हो रहे हैं। मौजूदा समय में अकेले राजस्थान में प्रतिदिन लोग 36 करोड रुपए की शराब और बीयर पी रहे हैं। और जयपुर में रोज एक करोड,40 लाख रुपए की शराब गटकी जा रही है। पिछले महीने सितम्बर में एक महिने में ही लोग 1100 करोड रुपए की शराब गटक गए। इतना राजस्थान में एक साल में पानी पर भी खर्च नहीं होता। मतलब कि राजस्थान में एक स

बगावत की सजा, धारीवाल,जोशी, राठौड़ को नहीं मिलेगा टिकट

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 बगावत की सजा, धारीवाल,जोशी, राठौड़ को नहीं मिलेगा टिकट छोटा अखबार। शांति धारीवाल,महेश जोशी और धर्मेंद्र सिंह राठौड़ को कांग्रेस टिकट नहीं देगी। बताया जा रहा है कि दिल्ली में आज हुई सीईसी की बैठक में इन तीनों के नाम पर क्रॉस लगा दिया गया है। तीनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खासमखास और उस बगावत के रचयिता और नेतृत्वकर्ता भी थे,जो 25 सितंबर को कांग्रेस आलाकमान के खिलाफ की गई थी।  उस समय जब सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष और सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाने का फैसला करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन को पर्यवेक्षक बनाकर जयपुर भेजा था। सोनिया गांधी के निर्देशों पर एक लाइन का प्रस्ताव पास कराना था,लेकिन दोनों पर्यवेक्षक मुख्यमंत्री आवास पर विधायकों का बैठक के लिए इंतजार करते रहे और उधर शांति धारीवाल के घर पर इन तीनों ने गहलोत समर्थक विधायकों की अलग से बैठक कर ली और पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के प्रयास के विरोध में सामूहिक इस्तीफे ले जाकर विधानसभा अध्यक्ष जोशी को दे दिए। अब वही खड़गे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अजय माकन कोषाध्यक्ष यान

बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ सकेगें चिकित्साकर्मी

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बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ सकेगें चिकित्साकर्मी छोटा अखबार। अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती शुभ्रा सिंह ने कहा कि विगत कुछ दिनों में मौसमी बीमारियों के मामले बढ़े हैं, ऐसे में प्रदेशभर में जांच, उपचार एवं रोकथाम सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं का माकूल इंतजाम हो। इसमें किसी स्तर पर लापरवाही नहीं हो। उन्होंने मौसमी बीमारियों के दृष्टिगत चिकित्साकर्मियों को बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए हैं। श्रीमती सिंह गुरूवार को स्वास्थ्य भवन में वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से मौसमी बीमारियों की स्थिति की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने सभी संभागों के संयुक्त निदेशक तथा जिला स्तर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों से मौसमी बीमारियों की स्थिति की जानकारी ली और रोकथाम एवं नियंत्रण के संबंध में दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में मौसमी बीमारियों के केस ज्यादा हैं, वहां स्थिति नियंत्रण मंे आने तक संबंधित संयुक्त निदेशक का मुख्यालय उसी जिले में रहेगा। संबंधित संयुक्त निदेशक इन जिलों में प्रभावी माॅनिटरिंग करने के साथ ही सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्ध