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Politics News: जन्मदिवस पर भी झूठ और धूर्त बातें केवल गोविन्द सिंह डोटासरा ही कर सकते हैं —शिक्षा मंत्री

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Politics News: जन्मदिवस पर भी झूठ और धूर्त बातें केवल गोविन्द सिंह डोटासरा ही कर सकते हैं —शिक्षा मंत्री छोटा अखबार। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने अपने जन्म दिवस पर सरकार में 4527 प्रधानाचार्यों के तबादलों को लेकर आरोप लगाये थे। आरोपो का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि कहा कि अपने जन्मदिवस पर भी झूठ और धूर्त बातें केवल गोविन्द सिंह डोटासरा ही कर सकते हैं। कांग्रेस की राजनीति भ्रष्टाचार और पाखंड का दूसरा नाम है। उनहोने कहा कि डोटासरा का घमंड उस दिन चकनाचूर हो जाना चाहिए था, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों ने खुले मंच से स्वीकार किया था कि तबादलों में खुलेआम पैसों का खेल चलता है। दिलावर ने संचार माध्यमों के प्रतिनिधियों को बताया कि भाजपा सरकार में तबादले पूरी निष्पक्षता से हो रहे हैं। जबकि कांग्रेस शासन में शिक्षा विभाग को लूट का अड्डा बना दिया गया था। वहीं आरएसएस के शस्त्र पूजन को लेकर उनहोने कहा कि भारतीय संस्कृति में शस्त्र पूजन की परंपरा आदिकाल से रही है।

Rajasthan Politics: बाडमेर की कांग्रेस राजनीति में नेता हुये आमने-सामने

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Rajasthan Politics: बाडमेर की कांग्रेस राजनीति में नेता हुये आमने-सामने छोटा अखबार। अश्लील वीडियो वायरल प्रकरण में प्रख्यात हुये मेवाराम जैन की घर वापसी से ने कांग्रेस की सियासत में खलबली मचा दी है। 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित हुए जैन की वापसी से बड़े नेता आमने-सामने हो गये है। प्रदेश स्तर पर कांग्रेस में थमी हुई गुटबाजी को इस घटना ने हवा देने का कार्य किया है।  संचार माध्यमों के अनुसार पूर्व सीएम अशोक गहलोत की सिफारिश के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की स्वीकृति से जैन की घर वापसी हुई है। वहीं गहलोत ने एक दिन पहले यह कहकर अपनी बात का समर्थन किया कि कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति ने सोच-समझकर फैसला लिया है और हम सब इसमें शामिल रहे है। वहीं विरोधी खेमे ने 'महिलाओं का अपमान नहीं सहेगी कांग्रेस' और 'बलात्कारी हमें स्वीकार नहीं' जैसे नारों वाले होर्डिंग लगाकर अपना विरोध जताया है। राजनीति के जानकारों के अनुसार इस घटना से गहलोत की साख पर असर पड़ने की संभावना जताई है।  दूसरी ओर जैन की वापसी से नागौर के तेजपाल मिर्धा, बलराम यादव और सीकर के बालेंदु सिंह शेखावत की...

Rajasthan Politics: प्रदेश में पोस्टर कालिख का दौर शुरू

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Rajasthan Politics: प्रदेश में पोस्टर कालिख का दौर शुरू छोटा अखबार। प्रदेश में पोस्टर पर कालिख पोतने का दौर शुरू हो गया है। दोनो बड़ी पार्टियों के नताओं के पोस्टरों पर कालिख पोती जा रही है। प्रदेश में पहले बाड़मेर के कांग्रेस नेता मेवाराम जैन के पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हुए और अब मेड़ता में बीजेपी विधायक लक्ष्मणराम मेघवाल का पोस्टर वायरल हो रहा है।  आपको बतादें कि मेड़ता में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का दौरा प्रस्तावित है। दौरे को लेकर लगाए गए होर्डिंग पर विधायक लक्ष्मणराम मेघवाल की फोटो पर अज्ञात व्यक्तियों ने कालिख पोत दी, इसके कारण स्थानीय राजनीति में उबाल आ गया है। इस घटना के सोशल मीडिया पर वायरल होने पर पुलिस अधिकारियों ने मौके से होर्डिंग को हटा दिया है। वहीं मामले में अभी तक किसी ने शिकायत नहीं दर्ज कराई है। घटना सोगावास स्थित हेलीपैड स्थल के मुख्य गेट के सामने की है। यहां सीएम के स्वागत और अभिनंदन के लिए एक होर्डिंग लगाया गया था। होर्डिंग पर विधायक कलरू की फोटो लगी हुई थी और किसी अज्ञात व्यक्ति ने इस पर कालिख पोत दी।  घटना पर विधायक ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुये कहा ...

Politics News: गोविंद सिंह डोटासरा चरित्रहीन गैंग का सरगना —मंत्री दिलावर

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 Politics News: गोविंद सिंह डोटासरा चरित्रहीन गैंग का सरगना —मंत्री दिलावर छोटा अखबार। शनिवार को पीसीसी में डोटासरा ने जो बयान दिये उस पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पलटवार किया है। मंत्री दिलावर ने एक प्रेसवार्ता में कहा कि उन्होंने कहा कि पीसीसी चीफ डोटासरा के बयान और उनके हालिया रवैये से यह साफ है कि कांग्रेस में नैतिकता और ईमानदारी की कोई जगह नहीं है। उनकी पार्टी के अन्य नेता अपनी राजनीति में सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।  मंत्री ने कहा कि डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी पर महिलाओं की निजता भंग करने के गलत आरोप लगाए हैं। चरित्रहीन व्यक्ति ही इस तरह की बात कर सकता है। श्री दिलावर ने विधानसभा में लगाए गए कैमरों पर कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से सर्विलांस कैमरे लगे हुए हैं। यह व्यवस्था लोकसभा में भी है। यह कदम पूरी तरह से पारदर्शिता और लोकतंत्र को मजबूती देने के लिए उठाया गया है। डोटासरा कैमरों से डरते हैं, उन्हें भय है कि उनकी करतूत रिकॉर्ड होकर जनता के सामने न आ जाए।

Politics News: वासुदेव देवनानी अपने रेस्ट रूम में हमारी महिला विधायकों को देखते हैं —गोविन्द सिंह डोटासरा

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Politics News: वासुदेव देवनानी अपने रेस्ट रूम में हमारी महिला विधायकों को देखते हैं —गोविन्द सिंह डोटासरा छोटा अखबार। प्रदेश में विधानसभा सत्र जासूसी कैमरों की भेंट चढ़गया और अब कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के बिगड़े बोल ने भाजपा में कईयों को बयानवीर बना दिया। डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के लिये कहा कि जासूसी कैमरों के जरिए देवनानी अपने रेस्ट रूम में हमारी महिला विधायकों को देखते हैं। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने अपने बयान में कहा कि पिछली विधानसभा में भी कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने यह कहकर कि ‘यह तो मर्दों का प्रदेश है’ महिलाओं का अपमान किया था। इससे इनकी संकीर्ण और महिलाओं के प्रति ओछी मानसिकता साफ झलकती है।  डोटासरा के बयान पर मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने भी कहा कि कांग्रेस के डोटासरा कुंठित हो गए हैं। उन्हें उचित-अनुचित का भी भान नहीं है।  ये था मामला - डोटासरा ने शनिवार को पीसीसी में संचार माध्यमों के प्रतिनिधियों से कहा कि कैमरों के जरिए वे देखते हैं, कि हमारी महिला विधायक किस दिशा में बैठी है, कैसी अवस्था में बैठी हैं, क्या बातें कर रही हैं?...

Politics News: डोटासरा का अच्छा व्यक्ति बिगड़ गया — भाजपा

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Politics News: डोटासरा का अच्छा व्यक्ति बिगड़ गया — भाजपा   छोटा अखबार। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की अनर्गल बयानबाजी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "एक अच्छा व्यक्ति बिगड़ गया है।" डोटासरा कभी एक उभरते हुए और प्रतिभाशाली नेता माने जाते थे, लेकिन विपक्ष में रहते हुए उनकी भूमिका कमजोर होती जा रही है। उन्होंने हाल के समय में सदन में और सार्वजनिक मंचों पर जिस तरह की भाषा और व्यवहार अपनाया है, वह लोकतांत्रिक परम्पराओं के खिलाफ है। राठौड़ ने कहा कि "मैं स्वयं विधानसभा में डोटासरा के साथ रहा हूं। पहले हम उन्हें एक परिपक्व और जिम्मेदार नेता मानते थे, लेकिन आज वे बहुत हल्के शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं और आसन के प्रति भी गलत व्यवहार अपना रहे हैं, जो मर्यादा के विपरीत है। गोविंद सिंह डोटासरा को बार-बार सदन में व्यवधान डालने की आदत है, उन्हें कैलाश मेघवाल जी के समय भी निष्कासित किया गया था। इसके अलावा सदन में नहीं आना और फिर विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की बात करना, ये सब जनतंत्र को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियाँ हैं।...

Politics: रामकथा में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की पीड़ा झलकी, सियासत में कयासों का दौर जारी

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Politics: रामकथा में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की पीड़ा झलकी, सियासत में कयासों का दौर जारी छोटा अखबार। धौलपुर के परशुराम धर्मशाला में चल रही रामकथा में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने अपने संबोधन में कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में वनवास का समय आता है, जिसके बाद वापसी होती है। राजे के इस कथन ने सियासत में हलचल मचा दी है। वहीं विपक्ष ने इसे पूर्व सीएम की पीड़ा बताया है। उन्होने आगे कहा कि 'जिसे अपना समझो, वह हो जाता है पराया' इस तरह के संबोधन ने प्रदेश में आम और खास के लिये कयासों का बाजार गर्म कर दिया है। राजे यह भी कहा कि धौलपुर में उनका स्थान एक बहू का है और धौलपुर के लोग मेरा परिवार हैं। परिवार में सभी की अलग-अलग जिम्मेदारी होती है। उन्होने कहा कि डर तभी लगता है, जब इंसान जानबूझकर गलत करता है, यदि जीवन में धर्म और वेद विज्ञान को अपनाया जाए तो भय समाप्त हो जाता है। वहीं श्रीमती वसुंधरा के बयान पर कांग्रेस के प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी ने वसुंधरा को जबरन वनवास दिया है। इसलिए वे इस तरह की बातें कह रही हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें किनारे कर दिया है, यही उनकी पीड़ा ...

Politics News: गहलोत निकला असली “पेपर चोर” —एसओजी को करनी होगी “पूछताछ”

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Politics News: गहलोत निकला असली “पेपर चोर” —एसओजी को करनी होगी “पूछताछ” -महेश झालानी छोटा अखबार। राजस्थान की राजनीति का सबसे बड़ा भर्ती घोटाला अब परत-दर-परत खुल चुका है। यह केवल कुछ दलालों और अफसरों का खेल नहीं था, बल्कि इसकी जड़ें सीधे सत्ता के शिखर तक जुड़ी हुई थीं। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस पूरे फर्जीवाड़े के असली सरगना साबित हुए। उन्होंने राजनीतिक सौदेबाजी और निजी स्वार्थ के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग को अपनी राजनीतिक मंडी बना डाला। गहलोत ने बाबूलाल कटारा, जसवंत राठी, कवि कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा, कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मुख्य सचिव निरंजन आर्य की पत्नी संगीता आर्य को आयोग का सदस्य बनाया। इतना ही नहीं, अपने पूर्व मुख्य सुरक्षा अधिकारी रहे संजय श्रोत्रिय को आरपीएससी का अध्यक्ष नियुक्त कर भर्ती परीक्षाओं में भ्रष्टाचार का दरवाजा पूरी तरह खोल दिया। इन नियुक्तियों ने आयोग को मेरिट और निष्पक्षता का मंदिर न बनाकर माफियाओं और राजनीतिक सौदागरों का अड्डा बना दिया ताकि वे मनमाने तरीके से बेरोजगारों को बेरहमी से लूट सके । लेकिन सच हमेशा छिपा नहीं रह सकता। गहलोत ने जिस एडीजी ...

15 August 2025: 1947 में बढ़ता राजनीतिक तनाव थम गया था और 2025 में राजनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है, -ये वीडियो इस बात का उदाहरण है।

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15 August 2025: 1947 में बढ़ता राजनीतिक तनाव थम गया था और 2025 में राजनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है, -ये वीडियो इस बात का उदाहरण है। छोटा अखबार। 1947 में स्वतंत्रता मिलने के बाद देश में बढ़ता राजनीतिक तनाव थम गया था और अब हम 2025 में 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं तब वहीं राजनीतिक तनाव देश में बढ़ता जा रहा है। अब बात आजादी, संविधान, लोकतंत्र, राष्ट्र नीति और राष्ट्र भक्ति की बात दौहराई जा रही है। ये वीडियो इस बात का उदाहरण है।

Politics News: सरकार का इकबाल समाप्त हो चुका -गहलोत

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Politics News: सरकार का इकबाल समाप्त हो चुका -गहलोत छोटा अखबार। प्रदेश में अजमेर जिले के उदयपुरकलां गांव निवासी एक महिला की राखी के दिन लूटेरों ने गला रेत हत्या कर दी। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने X पर पोस्ट एक पोस्ट की है। पोस्ट में गहलोत ने लिखा है कि प्रदेश में सरकार का इकबाल समाप्त हो चुका है। चाहे खास हो या आम कोई भी सुरक्षित नहीं है। जंगलराज के नारे के साथ लोगों को भड़का कर वोट मांगने वाली भाजपा अब लॉ एंड ऑर्डर के नाम पर चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा, कोई भी कहीं भी अब इस प्रदेश में सुरक्षित नहीं है। प्रदेश के मुख्यमंत्री जो कि स्वयं गृह मंत्री हैं अब कब जिम्मेदारी लेना सीखेंगे ? जनता बेहद दुखी, परेशान और असुरक्षित है।  क्या मामला:— बतादें कि अजमेर के उदयपुरकलां गांव निवासी संजू (26) पति रोहित सैनी (28) के साथ रलावता अपने भाई के राखी बांधने गई थी। राखी बांधने के बाद पति रोहित के साथ मोटरसाइकिल से घर लौट रही थी। इस दौरन सूने रास्ते में मोटरसाइकिल पर दो बदमाशों पीछे से आए और पति रोहित पर एक ने चाकू निकालकर वार कर किया और डंडों से पीट कर रोहित को गंभीर रूप से घायल कर...

हमने तो वोट चोरी का आरोप लगा दिया.....बीजेपी जवाब दें —अशोक गहलोत

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  हमने तो वोट चोरी का आरोप लगा दिया.....बीजेपी जवाब दें —अशोक गहलोत छोटा अखबार। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग और भाजपा को कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होने कहा ‘वोटों की चोरी लोकतंत्र के लिए खतरा है और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े हो गये है।श्री गहलोत ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों का समर्थन किया है और कहा है कि बीजेपी और आरएसएस लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते और चुनिंदा जगहों पर गड़बड़ी करवाकर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं। गहलोत ने दावा किया कि जब से मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन की कमेटी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को शामिल किया गया है, तब से आयोग का रवैया बदला हुआ है।

Political News: आक्रोशित जाट : बीजेपी की खड़ी करेंगे खाट , सतपाल मलिक और धनखड़ का घोर अपमान

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Political News: आक्रोशित जाट : बीजेपी की खड़ी करेंगे खाट , सतपाल मलिक और धनखड़ का घोर अपमान -महेश झालानी छोटा अखबार। सत्यपाल मलिक अब नहीं रहे। एक बेबाक, निर्भीक और सच्चे किसान समर्थक नेता का अंत हो गया। लेकिन अंत से भी बड़ा सवाल ये है कि उनके साथ अंतिम विदाई में जो व्यवहार हुआ, वह किसी भी लोकतंत्र में एक बड़े नेता के साथ शोभा नहीं देता। एक पूर्व राज्यपाल, पूर्व मुख्यमंत्री और किसान आंदोलन के दौरान सरकार के खिलाफ बोलने वाले विरले नेताओं में शामिल सत्यपाल मलिक को जब अंतिम विदाई दी गई, तब न कोई तिरंगा, न गार्ड ऑफ ऑनर और न ही कोई केंद्रीय मंत्री उनके पास अंतिम सलामी देने आया। यह वही सत्यपाल मलिक थे जिन्होंने खुले मंच से सरकार की आलोचना की, किसानों के हक में खड़े हुए, और अपनी कुर्सी की परवाह किए बिना अपनी बात कही। शायद यही कारण था कि केंद्र सरकार ने उन्हें जीते जी उपेक्षित रखा और मरने के बाद भी औपचारिकता निभाने की जरूरत नहीं समझी। यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति का अपमान नहीं, बल्कि पूरे जाट समाज की अस्मिता पर चोट है। हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश, ये वो क्षेत्र हैं जहां जाट मतदाता राजनी...

Political News: धनखड़ की खामोशी करेगी जबरदस्त विस्फोट

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Political News: धनखड़ की खामोशी करेगी जबरदस्त विस्फोट  — महेश झालानी छोटा अखबार। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की रहस्यमयी चुप्पी अब केवल एक संवैधानिक मर्यादा नहीं रही। यह चुप्पी अब सियासी गलियारों में चर्चा का केंद्र बन चुकी है। जब कोई इतना मुखर, स्पष्टवादी और तेजस्वी नेता अचानक से शांत हो जाए, तो समझा जाना चाहिए कि पानी के नीचे कुछ बड़ा पक रहा है। राजनीतिक संकेत साफ कह रहे हैं कि धनखड़ एनडीए को भीतर से चुनौती देने की तैयारी में हैं। धनखड़ कोई आम नेता नहीं हैं। उनका राजनीतिक इतिहास बताता है कि वे टकराव से डरते नहीं, बल्कि उसका सटीक जवाब देना जानते हैं। पश्चिम बंगाल में राज्यपाल रहते हुए उन्होंने ममता बनर्जी को जिस प्रकार खुली चुनौती दी, वह उनकी कार्यशैली का परिचायक है। वे कभी ‘गौरवशाली चुप्पी’ में विश्वास नहीं करते रहे । लेकिन आज उनका यह मौन, वास्तव में एक बगावत की प्रस्तावना बनता दिख रहा है। जगदीप धनखड़ अनुकूल समय का इंतजार कर रहे है । समय आने पर वे तुरुप का इक्का निकालकर उन लोगो को कठघरे में खड़ा कर सकते है जिनकी वजह से उन्हें इस्तीफा देने के लिए बाध्य होना पड़ा।  वे इस बात पर भी गम...

Politics News:वसुंधरा की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात, क्या प्रदेश की राजनीति में कोई खिचड़ी पक रही है?

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Politics News:वसुंधरा की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात, क्या प्रदेश की राजनीति में कोई खिचड़ी पक रही है? – महेश झालानी छोटा अखबार। राजस्थान की राजनीति एक बार फिर उबाल पर है। दिल्ली के सियासी गलियारों में इन दिनों कुछ ऐसा पक रहा है, जिसकी महक अब जयपुर तक पहुंचने लगी है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हाल ही में हुई तकरीबन आधे घंटे की मुलाकात को यूं ही नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यह मुलाकात सिर्फ एक शिष्टाचार भेंट भर नहीं थी बल्कि इसके पीछे गंभीर राजनीतिक संदेश और संभावनाओं का संकेत छिपा है। सूत्रों के मुताबिक, यह बैठक पूरी तरह से गोपनीय रखी गई। न तो पार्टी के आधिकारिक हैंडल से कोई तस्वीर जारी हुई, न ही किसी प्रवक्ता ने बयान दिया। लेकिन जो राजनीतिक धुंध अब तक पर्दे में थी, वह धीरे-धीरे साफ होने लगी है। बीते कुछ वर्षों से यह जगजाहिर रहा है कि वसुंधरा राजे को बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व, विशेष रूप से प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से वैसा समर्थन नहीं मिला, जैसा एक दिग्गज नेता को मिलना चाहिए था।  विधानसभा चुनावों के दौरान टिकट बंटवारे से लेकर नेतृ...

CM's visit to Delhi: प्रधानमंत्री का मुख्यमंत्री को हरसंभव मदद का आश्वासन, कयासों पर लगा विराम

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CM's visit to Delhi : प्रधानमंत्री का मुख्यमंत्री को हरसंभव मदद का आश्वासन, कयासों पर लगा विराम   छोटा अखबार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने नई दिल्ली स्थित उनके राजकीय  आवास पर शिष्टाचार भेंट की। करीब 40 मिनट चली इस मुलाकात में दोनों के बीच राजस्थान के विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश उत्तरोत्तर उन्नति कर रहा है, पूरे विश्व में भारत का कद ऊंचा हुआ है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राजस्थान सरकार देश का अग्रणी राज्य बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।  प्रधानमंत्री को मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में किसान, युवा, महिला, गरीब और वंचित वर्ग को न्याय मिल रहा है।  राज्य सरकार  जनता के सम्मानयुक्त जीवन जीने के लिए अपनी पूर्ण क्षमता से कम कर रही है। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ समय पर लोगों को प्राप्त हो रहा है। राजस्थान सरकार ने पेपर लीक माफिया पर नकेल कस दी है, प्रदेश में कानून और व्यवस्था की स्थिति बहुत ही अच्छी है। एंटी गैंगस्टर एक्ट के माध्यम से संगठित अप...

Politics News: सत्ता नही सम्मान चाहिए: उपेक्षा से जबरदस्त आहत वसुंधरा राजे कब तक बैठेगी चुप ?

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Politics News: सत्ता नही सम्मान चाहिए: उपेक्षा से जबरदस्त आहत वसुंधरा राजे कब तक बैठेगी चुप ?  — महेश झालानी  छोटा अखबार। राजस्थान की राजनीति में अगर कोई नाम है जो वर्षों से सत्ता के शिखर पर रहा है, तो वह है—वसुंधरा राजे। दो बार की मुख्यमंत्री, अपार जनाधार और एक खास राजपूताना आभा । राजे का नाम आज भी राजनीति में सिहरन पैदा करता है। लेकिन सवाल यह है कि जब उनकी अनदेखी हो चुकी है, मुख्यमंत्री की कुर्सी भजनलाल शर्मा को सौंप दी गई है, तो क्या वसुंधरा राजे चुप बैठेंगी या वे कोई बड़ा धमाका करेंगी, महत्वपूर्ण सवाल यही है । दरअसल, 2023 विधानसभा चुनाव के बाद वसुंधरा खेमा उम्मीद में था कि पार्टी आलाकमान उन्हें तीसरी बार मुख्यमंत्री पद सौंपेगा। उनकी संगठन में ताकत, जमीनी पकड़ और महिला वोट बैंक पर प्रभाव किसी से छिपा नहीं। लेकिन हाईकमान ने उन्हें एक किनारे कर भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बना दिया। इस फैसले ने न केवल राजे समर्थकों को ठगा महसूस कराया, बल्कि खुद वसुंधरा के आत्मसम्मान को भी चुनौती दी । तब से अब तक राजे खामोश नहीं रहीं। कभी अचानक बीजेपी मुख्यालय पहुंच जाना, कभी मंदिरों में दिखना,...

Political News: पार्टी छोड़कर गए लोगों को घर वापसी पर बतना होगा कारण —रंधावा

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Political News: पार्टी छोड़कर गए लोगों को घर वापसी पर बतना होगा कारण —रंधावा  छोटा अखबार। प्रदेश में होने वाले निकाय और पंचायत चुनावों को लेकर प्रदेश कांग्रेस की मीटिंग हुई। मीटिंग में एआइसीसी के राजस्थान प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा सहित अन्य नेता शामिल हुए। इस दौरान प्रदेश प्रभारी पदाधिकारियों और समन्वयकों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर शेष रहे बीएलए के कार्य को एक सप्ताह में पूरा करें, जिससे वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण कार्य पर नजर रखी जा सके।   प्रभारी रंधावा ने बताया कि कांग्रेस वागड़ अंचल में संगठन को मजबूत करने में जुटी है। उन्होने होने वाले निकाय-पंचायत चुनावों में भारत आदिवासी पार्टी से गठबंधन से इनकार किया है। कहा कि लोकसभा चुनाव में हमने गठबंधन किया था, लेकिन अब गठबंधन नहीं है। श्री रंधावा ने पार्टी छोड़कर गए लोगों से कहा कि अगर वो घर वापसी करना चाहते हैं तो पहले उन्हें पार्टी छोड़ने का कारण बताना होगा। वहीं उन्होंने स्पष्ट किया आगामी निकाय और पंचायत चुनावों में कांग्रेस अपने दम पर लड़ेगी, इसमें किसी तरह का गठबंधन नहीं होगा।

Politics News: गहलोत के बयानों से भाजपा में हलचल

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Politics News: गहलोत के बयानों से भाजपा में हलचल   छोटा अखबार। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर भाजपा पर सीएम भजनलाल शर्मा को हटाने का आरोप लगा कर भाजपा में हलचल पैदा कर दी है। गहलोत ने शनिवार को जोधपुर में कांग्रेस की आयोजित संविधान बचाओ रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पता नहीं भजनलाल शर्मा मुख्यमंत्री रहेंगे या नहीं, कौन रहेगा कौन जाने। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी आरएसएस के कट्टर कार्यकर्ता हैं। हमने सुना है कि उनका नाम भी मुख्यमंत्री की दौड़ आगे चल रहा है। अब पता नहीं भजनलाल शर्मा मुख्यमंत्री रहेंगे या नहीं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल चुनी हुई सरकारों में दखल दे रहे हैं। संविधान में इन्दिरा गांधी ने समाजवाद व धर्मनिरपेक्षता को जुड़वाया था। अब आरएसएस इसे हटाने की बात कर रही है। लेकिन मुख्यमंत्री इस खतरे को समझ नहीं पा रहे हैं। वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने गहलोत के बयान पर सफाई देते हुए कहा कि ‘मुख्यमंत्री  को हटाने का कोई षड्यंत्र नहीं चल रहा है। सरकार और संगठन के बीच बेहतर तालमेल है और केंद्र व राज्य की डबल इंजन की सरक...

Politics News : सीएम की चुनौती स्वीकार है, समय, स्थान बता दें —टीकाराम जूली

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Politics News : सीएम की चुनौती स्वीकार है, समय, स्थान बता दें —टीकाराम जूली छोटा अखबार। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की चुनौती स्वीकार कर कहा समय, स्थान बता दें सीएम। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक दल ने कई बार विकास कार्य की तुलना की और सवाल भी पूछे हैं, लेकिन आपकी सरकार जानकारी देने में असफल रही है। जूली ने कहा कि सीएम की चुनौती स्वीकार है, आप इसके लिए उचित समय, स्थान और माध्यम चुनकर सूचित करें। जिससे खुले मंच पर जनता के सामने हम चर्चा कर सकें। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि देश और प्रदेश की बैसाखी पर चल रही सरकार का खामियाजा आज प्रदेश की जनता भुगत रही है। ऐसे में प्रदेशवासियों व उनके मुद्दों पर संकट के बादल मंडरा गए हैं और सरकार सोई हुई है। उन्होंने कहा भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में अधिकारियों के बोल बिगड़ गए हैं, वे राजनैतिक भाषा बोल रहें है। प्रदेश के हालात भयावह हो गए हैं, बिजली, पानी और रोजगार के संकट से प्रदेश की जनता जूझ रही है, यहां माफिया राज का बोलबाला हो गया है और लॉ एंड ऑर्डर भी फेल हो गया है। आज भी दिनदहाड़े बानसूर में गोलीकांड सरक...

Politics News: श्री गहलोत और कांग्रेस को खुले मंच पर बहस करने को तैयार हूं —मुख्यमंत्री

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Politics News: श्री गहलोत और कांग्रेस को खुले मंच पर बहस करने को तैयार हूं —मुख्यमंत्री छोटा अखबार। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जनता को बरगलाने का काम कर रही है। उन्होने श्री गहलोत और कांग्रेस को खुले मंच पर बहस करने को कहा है। मुख्यमंत्री इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए सोशल मीडिया पर कहा कि विपक्ष के रूप में हम जनता की आवाज सरकार तक पहुंचाते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री इसे आलोचना मानकर सुधार की बजाय राजनीतिक बयानबाजी करते हैं। उन्होन कहा कि विशाल सरकारी तंत्र, मंत्रियों, विधायकों और मीडिया के बावजूद सीएम को हाल की बिजली कटौती की जानकारी नहीं है। आपके विधायक तक बिजली कटौती के खिलाफ धरने की बात कर रहे थे। पिछले एक महीने की समाचार पत्रों में छपी बिजली कटौती की खबरें आपके ध्यानार्थ अपलोड कर रहा हूं। उम्मीद है, अब आप सूचित होकर बेहतर कार्ययोजना बनाएंगे।