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Showing posts from May 2, 2025

Rare News: रेरा बिल्डर और उपभोक्ता के बीच विश्वास का सेतु -झाबर सिंह खर्रा

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Rare News: रेरा बिल्डर और उपभोक्ता के बीच विश्वास का सेतु -झाबर सिंह खर्रा छोटा अखबार। नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में प्रदेश के नगरीय विकास को लेकर राज्य सरकार द्वारा निरंतर प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं, जो प्रदेश के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेरा केवल नियामक नहीं, बिल्डर और उपभोक्ता के बीच विश्वास का सेतु है। उन्होंने कहा कि आज रेरा के कारण न केवल स्थानीय निवासियों में, बल्कि अप्रवासी भारतीयों के बीच भी विश्वास स्थापित हुआ है, जिसके चलते वे विदेश में रहते हुए भी राजस्थान के रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश कर रहे हैं। श्री खर्रा ने कहा कि रेरा उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने के साथ-साथ भविष्य की आवासीय आवश्यकताओं को भी प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने का कार्य कर रहा है। जयपुर के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में गुरुवार को रेरा दिवस पर श्री खर्रा ने राज रेरा 2.0 वेबसाइट की लॉन्चिंग की। यूजर फ्रेंडली राज रेरा 2.0 वेबसाइट के माध्यम से रेरा के विभिन्न कार्यों को पूर्णत: पारदर्शिता के साथ दर्श...

Jaipur State: सन् 1931 में हुई थी जयपुर स्टेट की जातिगत जनगणना

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Jaipur State: सन् 1931 में हुई थी जयपुर स्टेट की जातिगत जनगणना    —जितेन्द्र सिंह शेखावत  छोटा अखबार। राजपूताना की रियासत कालीन स्टेट में सन् 1870 से अंग्रेज सरकार ने जातिगत जनगणना शुरू की थी। अंग्रेज सरकार ने सवाई रामसिंह द्वितीय के शासन में जयपुर स्टेट के गांव व शहरों की जनगणना के साथ जातियों के आंकड़े भी एकत्रित किए थे। सन् 1931 की जनगणना के कुछ आंकड़े सन् 1935 में प्रकाशित जयपुर एलबम में दिए गए है। जयपुर रियासत के करीब डेढ़ हजार गांवों और उसकी एक दर्जन निजामतों यानी जिलों की जातिगत आबादी के आंकड़े दिए हैं।  1931 के उस दौर में ढूंढाड़ के जयपुर राज्य में शेखावाटी और तंवरावाटी क्षेत्र शामिल है।  जयपुर स्टेट के गावों शहरों और कस्बों की आबादी 26 लाख 31 हजार 775 बताई गई थी।  एलबम के अनुसार 23 लाख 83 हजार 304 सनातनी और 2 लाख 14 हजार 581 मुसलमान और  आर्य समाज को मानने वाले 1085 लोग बताए गये हैं। इसी तरह 29492 जैन धर्म के लोग थे।इनमें दिगम्बर, श्वैताम्बर और तेरापंथी शामिल थे। सिक्खों की संख्या 189 बताई गई थी। पूरे राज्य में 1558 और जयपुर शहर में ईसाईयों की ...