हमारी सरकार ने प्रदर्शनकारियों को कुत्तों की तरह मारा — भाजपा अघ्यक्ष
छोटा अखबार।
रविवार 11 जनवरी 2020 को पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने नादिया जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने नागरिकता कानून के विरोध प्रदर्शन के दौरान रेलवे की संपत्ति और सार्वजनिक परिवहन को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ लाठीचार्ज या गोली चलाने का आदेश नहीं दिया था।
घोष ने कहा कि संपत्तियों का नुकसान हुआ। यह किसका पैसा था। यह मेरा पैसा है। यह आपका पैसा है। उन्होंने रेलगाड़ियों में आग लगा दी। किसका पैसा बर्बाद हु। अभी तक एक भी गोली नहीं चली। कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ और कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई। पुलिस ने किसी को गिरफ्तार भी नहीं किया। जो लोग सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान कर रहे हैं क्या यह उनके पिताजी की संपत्ति है। करदाताओं के पैसे से बनी सरकारी संपत्ति को वे कैसे नष्ट कर सकते हैं।
घोष ने यह भी कहा कि असम और उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार ने इन प्रदर्शनकारियों को कुत्तों की तरह मारा था। इन्हें गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। उन्होंने घुसपैठियों को लेकर कहा कि तुम यहां आओगे, हमारा खाना खाओगे यहां रहोगे और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाओगे। क्या यह तुम्हारी जमींदारी है? हम तुम्हें लाठियों से मारेंगे, गोली मारेंगे और तुम्हें जेल में डाल देंगे। दीदी की पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, क्योंकि वह उनके मतदाता हैं। यूपी, असम और कर्नाटक की हमारी सरकारों ने ऐसे लोगों को कुत्तों की तरह गोली मार दी।