भारत के क्रेडिट-डेबिट कार्ड ख़तरे में
छोटा अखबार।
खबर सूत्रों के अनुसार डार्क वेब पर लगभग पांच लाख भारतीयों के क्रेडिट और डेबिट कार्ड से जुड़ी जानकारियां बिक रही हैं। एक अंडरग्राउंड वेबसाइट पर यह डेटा बेचा जा रहा है। साइबर विश्लेषकों का कहना है कि यह वेबसाइट वित्ती धोखाधड़ी करती है।
उनका यह भी मानना है कि यह डेटा लीक पिछले 12 महीनों का सबसे गंभीर डेटा लीक है। इसमें कई संवेदनशील जानकारियां हैं जिनमें कार्ड की एक्यपायरी डेट, सीवीवी/सीवीसी कोड, कार्ड धारकों के नाम और कुछ के ईमेल अड्रेस तक हैं। सिंगापुर की साइबर सिक्यॉरिटी कंपनी ग्रुप आईबी का कहना है कि डार्क वेब पर कुछ कार्डों के तो 14 से 16 नंबर भी उपलब्ध हैं।
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