Posts

प्रदेश में कांग्रेस की दूसरी सूची हुई जारी, कई नेताओं को लगा जोर का झटका धीरे से

Image
प्रदेश में कांग्रेस की दूसरी सूची हुई जारी, कई नेताओं को लगा जोर का झटका धीरे से

प्रियंका वाड्रा अनफिट, राजस्थान को नहीं होगा कोई फायदा

Image
  प्रियंका वाड्रा अनफिट, राजस्थान को नहीं होगा कोई फायदा अशोक शर्मा छोटा अखबार। प्रियंका वाड्रा, कांग्रेस पार्टी की महासचिव। वे दो दिन पहले दौसा आई थीं। वहां उसने पीएम मोदी को लेकर जो कुछ कहा उसने प्रियंका की ही शख्सियत को हल्का किया। पहले प्रियंका ने मालासेरी डूंगरी के मंदिर में बंद लिफाफे में दिये गए 21 रूपए का राग अलापा और उसके बाद भाजपा के मोदी फेस पर चुनाव लडने की बात पर चुटकी ली कि क्या मोदी राजस्थान के सीएम बनेंगे। और तीसरा यह कि यहां बीजेपी के सभी नेता खुद को सीएम घोषित कर रहे हैं। दो टूक,ये वो घिसी-पिटी बातें हैं जो कई बार उछाली जा चुकी हैं। अब इन बातों का कोई मतलब नहीं। राजस्थान के चुनाव से जस्ट पहले प्रियंका की यह पहली सभा थी अतः उन्हें मंच पर आने से पहले होमवर्क करके आना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस स्पीच ने प्रियंका की शख्सियत को ही हल्का किया। अतः प्रियंका का राजस्थान आने का कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा। जबकि वे कांग्रेस की महासचिव हैं, आश्चर्य कि उनकी दादी कुशल राजनीतिज्ञ थीं, उनके पिता भारत के पीएम रहे, उनके भाई राहुल की अपनी राजनीतिक शख्सियत है लेकिन प्रियंका ने

गहलोत की गद्दी पर फेवीकोल लगा है या उनके नीचे?

Image
 गहलोत की गद्दी पर फेवीकोल लगा है या उनके नीचे?  सुरेन्द्र चतुर्वेदी छोटा अखबार। राजनीति में कुछ भी हो सकता है। कुछ भी यानि कुछ भी। सुई में धागे की तरह हाथी भी निकल सकता है। कम से कम कांग्रेस में तो यही हो रहा है। कल तक एक दूसरे की प्रभुसत्ता को मिट्टी में मिला देने की कसम खाने वाले अशोक गहलोत और सचिन पायलट टिकिट के बंटवारे में लगभग एक मत हो गए हैं।गहलोत ने कह दिया है कि मानेसर के बाड़े में बग़ावत करने वाले अधिकांश विधायकों को पुनः टिकिट दिया जा रहा है तो सचिन उनसे दो क़दम आगे निकल कर कह रहे हैं कि जिताऊ  उम्मीदवार कोई हो उसे टिकिट दिया जाना चाहिए भले ही उसने सोनिया जी की अवमानना ही क्यों न की हो। ज़ाहिर है कि सचिन अब शान्ति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेन्द्र राठौड़ को टिकिट दिए जाने के विरोधी नहीं। अंदर खाने सचिन और गहलोत यह समझ गए हैं कि एक दूसरे का साथ नहीं दिया गया तो नुक़सान दोनों का ही होगा। अशोक गहलोत अच्छी तरह से जानते हैं कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनने का जो सपना देख रहे हैं उसके लिए उनके पास इस बार भी संख्या बल उनके मुक़ाबले नहीं आ सकेगा। उनकी गहलोत अपनी बोई हुई शानदार फ़सल को ख़ुद के ल

गरबों की आड में यौनाचार

Image
 गरबों की आड में यौनाचार अशोक शर्मा  छोटा अखबार। माता रानी के दरबार में जाने के लिए घर से निकाली और अपने आशिक के पास पहुंच गई। दोनों रतिक्रिया में लिप्त थे कि तभी धर लिये गए। यह घटना है इन्दौर की। यहां पर एक लड़की अपने घर से यह कह कर निकली कि वह माता के दरबार में गरबा नृत्य में शामिल होने जा रही है लेकिन उसकी जगह वह अपने एक मुसलमान आशिक के पास पहुंच गई। एक सरकारी शौचालय में दोनों नग्नावस्था में रतिक्रिया में लिप्त थे कि अचानक बजरंग दल के कुछ लोग वहां पहुंच गए और उन्होंने दोनों की पिटाई कर दी। चालाक मुस्लिम युवक खुद को घायल कर वहां से भाग गया। यह है गरबा नृत्य में शामिल होने जाने वाली कई लड़कियों और युवतियों की हक़ीक़त। गरबा नृत्य की आड में पिछले एक दशक से ऐसी ढेरों घटनाएं घट रही हैं। यह बात अकेले इन्दौर की नहीं है बल्कि पूरे देश की है। कभी गुजरात में गरबा महोत्सव एक सांस्कृतिक परम्परा और माता के प्रति श्रद्धा के रूप में मनाए जाते थे लेकिन अब न श्रद्धा बची और न ही सांस्कृतिक परम्परा। अब इसमें आवारगियों ने प्रवेश कर लिया है। इस हकीकत को सब जानते हैं लेकिन कोई नहीं बोलता। पूछने पर एक ही ज

जिम्मेदार ही कर रहे आचारसंहिता का उल्लंघन

Image
  जिम्मेदार ही कर रहे आचारसंहिता का उल्लंघन छोटा अखबार। करौली जिले की पंचायतसमिति श्रीमहावीरजी में आचारसंहिता के उल्लंघन का मामला सामने आया है। यहां स्थानिय प्रशासन की लापरवाही के कारण पंचायतसमिति सभागार में खुले पड़े प्रचारप्रसार सामग्री निर्वाचन विभाग के निर्देशों को चिढ़ाता नजर आ रहा है। सरकार की योजनओं की प्रचारप्रसार समग्री को बिना निस्तारण किये ही खुले में छोड़ रखा है, जो की आचारसंहिता उल्लंघन की श्रेणी में आता है।

पैनल पर विचार!

Image
 पैनल पर विचार! छोटा अखबार। राजस्थान भाजपा कोर कमेटी सदस्यों की आज शुक्रवार दोपहर मे अध्यक्ष जेपी नड्डा के दिल्ली निवास पर बैठक होने के संभावना हैं। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह तथा भाजपा राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी भाग ले सकते हैं। भाजपा  हाईकमान के साथ राजस्थान भाजपा कोर कमेटी सदस्यों कीआज शुक्रवार बैठक की अहमियत से इससे ही अंदाजा हो जाता है कि, राजस्थान विधानसभा चुनाव भाजपा उम्मीदवार बाबत पहली दफे राजस्थान भाजपा कोर कमेटी के सभी सदस्य प्रदेशाध्यक्ष सी,.पी.जोशी, संगठन महामंत्री चन्द्र शेखर, प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़, उपनेता डॉ सतीश पुनिया, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, भूपेंद्र यादव,कैलाश चौधरी, सांसद कनकमल कटारा, राजेंद्र गहलोत पूर्व सांसद ओमप्रकाश माथुर दिल्ली मीटिंग में शामिल होंने की उम्मीद है। इससे पहले अध्यक्ष नड्डा, मंत्री अमित शाह के साथ दिल्ली में हुई मीटिंग में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, सांसद कनकमल कटारा, राजेंद्र गहलोत ओर पूर्व सांसद ओमप्रकाश माथुर ने भाग नहीं ले, राजस्थान विधानसभा चुनाव उम्मीदवार पैनल पर विचार विमर

मौहब्बत की दुकान का फायदा किसको

Image
 मौहब्बत की दुकान का फायदा किसको       छोटा अखबार। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने एक दूसरे के लिए जो प्यार- मोहब्बत और भाईचारे की दुकान अचानक खोली है, उसने उन दावेदारों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है जो युवा है, मेहनती है,अपने इलाकों में जीतने की क्षमता रखते हैं और जिन्हें सर्वे में भी वर्तमान विधायकों से ज्यादा टिकट के योग्य माना गया। लेकिन जब बात खुद के समर्थकों के टिकट कटने पर आई,तो दोनों ने मिनटों में अपनी सालों से चल रही दुश्मनी को भुला दिया और नफरत की दुकान का शटर डाउन कर मौहब्बत की दुकान खोल ली।   गहलोत ने कह दिया कि उन्होंने उन विधायकों को फिर टिकट देने पर कोई आपत्ति नहीं की,जो सरकार गिराने के लिए मानेसर चले गए थे। बदले पायलट ने जवाब में कहा कि, उन्होंने भी उन जीतने वालों उन उम्मीदवारों के नामों पर कोई आपत्ति नहीं की, जो सोनिया गांधी और आलाकमान की अवमानना में शामिल थे। मीडिया की खबरों में काफी समय से कहा जा रहा था कि विभिन्न स्तरों पर कराए गए सर्वे में कांग्रेस के 50 विधायकों की टिकट कट सकते हैं,क्योंकि उनकी स्थिति कमजोर पाई गई है। इनमें गहलोत और पायलट दोनों के ही समर