गरबों की आड में यौनाचार
गरबों की आड में यौनाचार अशोक शर्मा छोटा अखबार। माता रानी के दरबार में जाने के लिए घर से निकाली और अपने आशिक के पास पहुंच गई। दोनों रतिक्रिया में लिप्त थे कि तभी धर लिये गए। यह घटना है इन्दौर की। यहां पर एक लड़की अपने घर से यह कह कर निकली कि वह माता के दरबार में गरबा नृत्य में शामिल होने जा रही है लेकिन उसकी जगह वह अपने एक मुसलमान आशिक के पास पहुंच गई। एक सरकारी शौचालय में दोनों नग्नावस्था में रतिक्रिया में लिप्त थे कि अचानक बजरंग दल के कुछ लोग वहां पहुंच गए और उन्होंने दोनों की पिटाई कर दी। चालाक मुस्लिम युवक खुद को घायल कर वहां से भाग गया। यह है गरबा नृत्य में शामिल होने जाने वाली कई लड़कियों और युवतियों की हक़ीक़त। गरबा नृत्य की आड में पिछले एक दशक से ऐसी ढेरों घटनाएं घट रही हैं। यह बात अकेले इन्दौर की नहीं है बल्कि पूरे देश की है। कभी गुजरात में गरबा महोत्सव एक सांस्कृतिक परम्परा और माता के प्रति श्रद्धा के रूप में मनाए जाते थे लेकिन अब न श्रद्धा बची और न ही सांस्कृतिक परम्परा। अब इसमें आवारगियों ने प्रवेश कर लिया है। इस हकीकत को सब जानते हैं लेकिन कोई नहीं बोलता। पूछने पर एक ही ज