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सरकार चिकित्सा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रही है -स्वास्थ्य मंत्री

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सरकार चिकित्सा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रही है -स्वास्थ्य मंत्री छोटा अखबार। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार के एक साल के कार्यकाल में चिकित्सा के क्षेत्र में शानदार प्रगति की है। आने वाले समय में अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी नहीं रहेगी। राज्य सरकार आगामी अप्रेल माह से दो हजार नए चिकित्सकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरु करेगी। हाल ही राज्य सरकार की बजट घोषणा के अनुसार अजमेर जिले में नया होम्योपैथी कॉलेज खोलने की घोषणा की गई है। इसे केकड़ी में शुरू कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिला कलक्टर को भूमि चिन्हित करने को कहा गया है। चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा ने बुधवार को केकडी में वाणिज्य कर विभाग के कार्यालय भवन का शिलान्यास किया। इस भवन के निर्माण पर तीन करोड़ 31 लाख 58 हजार रुपए की लागत आएगी। यह एक साल में बन कर तैयार होगा।  शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार चिकित्सा के क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित कर रही है। वर्तमान में प्रदेश के 30 जिलों में मेडिकल कॉलेज की सुविधा उपलब्ध हो रही है। हमारा प्रयास है कि शेष रहे 3 जिलों में भी इनकी स्वीकृति मिल जा

एसबीआई में न्यूनतम राशि रखने की अनिवार्यता समाप्त 

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एसबीआई में न्यूनतम राशि रखने की अनिवार्यता समाप्त  छोटा अखबार। भारतीय स्टेट बैंक ने अपने सभी खाता धारकों के लिए सेविंग्स अकाउंट में औसत मासिक न्यूनतम राशि रखने की अनिवार्यता समाप्त करने की घोषणा की है। बैंक ने कहा कि इसके बाद अब सभी बचत खाताधारकों को ज़ीरो बैलेंस खाते की सुविधा मिलेगी। अभी मेट्रो शहरों के बचत खाताधारकों को अपने अकाउंट में औसत मासिक न्यूनतम राशि के तौर पर 3,000 रूपये, क़स्बों में 2,000 रूपये और ग्रामीण इलाक़ों में 1,000 रूपये रखने होते हैं। ऐसा न होने पर खाताधारक को जुर्माना देना पड़ता है। बैंक ने हर तिमाही में वसूल किया जाने वाला एसएमएस चार्ज भी ख़त्म करने का फ़ैसला किया है। साथ ही बैंक ने सभी बचत खातों पर ब्याज दर घटाकर समान रूप से 3.0 कर दिया है और फ़िक्स डिपॉज़िट की दरें भी कम करने का ऐलान किया है। इसके अलावा बैंक के होम और कार लोन का ब्याज भी 0.15 फ़ीसद तक कम करने का ऐलान किया है। सभी नई दरें 10 मार्च से प्रभावी हो गई हैं।

मुख्यमंत्री ने किया होली पूजन 

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मुख्यमंत्री ने किया होली पूजन  छोटा अखबार।     मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर होली पूजन किया तथा प्रदेशवासियों की खुशहाली एवं समृद्धि के लिए कामना की। उन्होंने होलिका दहन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास स्थित राज राजेश्वरी मंदिर में अपनी धर्मपत्नी श्रीमती सुनीता गहलोत के साथ आरती की और उसके बाद होली पूजन किया। मंत्रोच्चार के बीच होलिका दहन किया। होलिका दहन के दौरान राजस्थान पुलिस की 4 आरएसी बटालियन के जवानों तथा राजस्थानी लोक कलाकारों ने चंग की थाप पर होली के गीत और नृत्य प्रस्तुत किए। गहलोत ने कलाकारों की हौसला अफजाई की। 

शेयर बाजार में भारी गिरावट

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शेयर बाजार में भारी गिरावट छोटा अखबार। आज 9 मार्च को एशिया में शेयर बाज़ार खुलते ही ओंधे मुंह नजर आए। इसका कारण कच्चे तेल के दामों में आई भारी गिरावट को माना जा रहा है। साल 2008 के बाद शेयर बाज़ारों की सबसे बड़ी गिरावट है। भारतीय सूचकांक सेंसेक्स भी सोमवार को शुरुआती घंटों में 1600 अंक तक गिर गया। जबकि निफ्टी में 453 अंकों की गिरावट दिखी। दोपहर एक बजे तक भारतीय बाज़ार में 2000 से अधिक अंकों की गिरावट देखी गई और निफ़्टी में 547 अंकों की गिरावट देखी आई। तेल उत्पादक देशों के समूह ओपेक और रूस के बीच कच्चे तेल को लेकर प्रतिद्वंदिता शुरू होने के डर ने बाज़ारों को हिला दिया है। 1991 में हुए खाड़ी युद्ध के बाद से कच्चे तेल के दामों में आई सबसे बड़ी गिरावट है। इसका असर ऊर्जा कंपनियों के शेयर के दामों पर भी हुआ है। चीन से मिले नए कोरोना वायरस के दुनियाभर में फैलने के बाद तेल की मांग में कमी आई है। कोरोना वायरस का सबसे ज़्यादा असर ट्रेवल कंपनियों पर हुआ है। रूस से समझौता नहीं कर सका ओपेकतेल उत्पादक देशों का समूह ओपेक तेल के उत्पादन को कम करने के मुद्दे पर रूस से समझौता नहीं कर सका है।ओपेक चाहता थ

राज्य सरकार किसानों के साथ खड़ी है — सरकार 

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राज्य सरकार किसानों के साथ खड़ी है — सरकार  छोटा अखबार। प्रदेश में सरकार की मंशानुसार प्रभारी मंत्रियों ने ओलावृष्टि से प्रभावित 18 जिलों में पीड़ित किसानों का दुख-दर्द बांटने और फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेने के लिये दौरे किये।  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर कैबिनेट सचिवालय के आदेश की पालना में जिला कलक्टरों और प्रभारी मंत्रियों ने किसानों से मुलाकात की और फसल खराबे की स्थिति का आकलन किया।  प्रभारी मंत्रियों ने प्रदेश की आवाम को कहा ओलावृष्टि से नुकसान में सरकार किसानों केे साथ हर तरीके से मदद करेगी। कलक्टरों और मंत्रियों ने किसानों से रूबरू होकर जिले मेें गत दिनोें बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे का जायजा लेते हुए कास्तकारों को पूर्णतः आश्वस्त किया कि सरकार हर हाल में उनके साथ खड़ी है तथा फसल खराबे का मुआवजा दिया जाएगा। राज्य सरकार ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से फसलों को हुए नुकसान को लेकर गंभीर है। मुख्यमंत्री ने इससे किसानों को हुए नुकसान का तुरन्त आकलन करने और यथासंभव सहायता उपलब्ध कराने का संवेदनशील निर्णय लिया है। उन्होने कहा कि किसानों को ओलावृष्टि में हुए नुकसा

भाजपा का मतलब हिंदुत्व नहीं है —उद्धव ठाकरे

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भाजपा का मतलब हिंदुत्व नहीं है —उद्धव ठाकरे छोटा अखबार। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने के उपलक्ष्य पर अयोध्या पहुंचे और श्रीरा रामलला के दर्शन किये। ठाकरे ने अयोध्या में कहा कि वो भाजपा से अलग हुए हैं, हिंदुत्व से नहीं। खबर सूत्रों के अनुसार उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों से कहा कि भाजपा का मतलब हिंदुत्व नहीं है। हिंदुत्व अलग है और भाजपा अलग है। वहीं पत्रकारों के बीच राम मंदिर के लिए एक करोड़ रुपये देने का एलान भी किया। उन्होने कहा कि यह एक करोड़ की राशि राज्य सरकार नहीं, बल्कि उनके ट्रस्ट की तरफ से दी जाएगी। ठाकरे ने यह भी कहा कि उनकी सरकार अयोध्या में महाराष्ट्र भवन बनाने पर विचार कर रही है।

एनपीआर कानून के कारण देश सम्मान खो रहा है — तेलंगाना के मुख्यमंत्री

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एनपीआर कानून के कारण देश सम्मान खो रहा है — तेलंगाना के मुख्यमंत्री छोटा अखबार। 7 मार्च 2020 शनिवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने विधानसभा में कहा कि नागरिकों पर नागरिक संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) जबरन क्यों थोपी जा रही है। उनका यह भी कहा कि  उनके पास अपना जन्म प्रमाणपत्र नहीं है तो ऐसे में वह अपने पिता के कागजात कहां से लाएंगे। समाचार सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री राव ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के नए प्रारूप का हवाला देते हुए कहा कि जब मेरे खुद के पास जन्म प्रमाणपत्र नहीं है तो मैं अपने पिता का प्रमाणपत्र कहां से लाऊंगा। यह मेरे लिए भी चिंता की बात है। मैं गांव में अपने घर पर पैदा हुआ था। उस समय वहां कोई अस्पताल नहीं थे। गांव के बुजुर्ग ही जन्मनामा लिखते थे, जिस पर कोई आधिकारिक मुहर नहीं होती थी। जब मैं पैदा हुआ था, तो हमारे पास 580 एकड़ जमीन थी और एक इमारत भी थी। जब मैं अपना जन्म प्रमाणपत्र पेश नहीं कर पा रहा तो दलित, आदिवासी और गरीब लोग कहां से जन्म प्रमाणपत्र लाएंगे। उनका कहना है कि संव