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आपकी बिरादरी का मुख्यमंत्री बैठा है, आप मांग ही क्यों रहे हो, मुझे तो इशारा ही बहुत है

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 आपकी बिरादरी का मुख्यमंत्री बैठा है, आप मांग ही क्यों रहे हो, मुझे तो इशारा ही बहुत है छोटा अखबार। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को अधिवक्ताओं वर्ग के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने मनचलों के इलाज का पुख्ता काम करने की बात की तो हुक्का बार, ड्रग्स जैसी बुराई पर कार्रवाई की भी बात की।  गहलोत ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में वकीलों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया था। आदर्श समाज के निर्माण में वकीलों की भूमिका अहम रही है। उन्होने कहा कि मैं खुद शुरुआती दौर में वकील रहा हूं। जो मांगते हैं उससे अधिक दे रहा हूं, आपकी बिरादरी का मुख्यमंत्री बैठा है। आप मांग ही क्यों रहे हो, मुझे तो इशारा ही बहुत है। वहीं युवा महापंचायत में आयोजित समारोह के दौरान गहलोत ने कहा कि छात्र संघ चुनाव पर शिक्षा राज्य मंत्री राजेंद्र यादव ही फैसला करेंगे। लेकिन मैं यह जरूर कहना चाहूंगा कि जब चुनाव बंद हो गए थे। तब मैं ही वह मुख्यमंत्री हूं, जिसने फिर से चुनाव शुरू करवाए थे। आज इस तरह से स्टूडेंट पैसे खर्च कर रहे हैं, जैसे एमएलए-एमपी के चुनाव लड़ रहे हो। आखिर कहां से पैसा आ रहा है और इतने पैसे क्यों खर्च किए जा र

प्रदेश के 31 संस्कृत महाविद्यालयों में होगा ध्यान कक्षों का निर्माण

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 प्रदेश के 31 संस्कृत महाविद्यालयों में होगा ध्यान कक्षों का निर्माण छोटा अखबार। विद्यार्थियों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए 31 संस्कृत महाविद्यालयों में ध्यान कक्षों का निर्माण होगा। इसमें 4.65 करोड़ रूपए खर्च होगें। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ध्यान कक्षों के निर्माण हेतु वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है।  गहलोत ने कहा कि प्रत्येक ध्यान कक्ष का निर्माण 15 लाख रूपए की लागत से होगा। इनमें योग एवं ध्यान की नियमित कक्षाएं संचालित की जाएंगी। इन कक्षाओं के माध्यम से विद्यार्थियों के मानसिक और शारीरिक विकास होगा।   इन महाविद्यालयों में बनेंगे कक्ष- राजकीय महाराज आचार्य संस्कृत महाविद्यालय जयपुर, राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय जोधपुर, राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय बीकानेर, राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय उदयपुर, राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय भरतपुर, राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय चिराना, राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय सीकर,राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय गनोड़ा, राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय दौसा, राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय कोटा, राजकीय आचार्य संस्कृत म

क्या सत्ता जाने का डर सता रहा है गहलोत को —ओम माथुर

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 क्या सत्ता जाने का डर सता रहा है गहलोत को —ओम माथुर छोटा अखबार। —क्या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को यह लगने लगा है कि राजस्थान में उनका मिशन रिपीट        का सपना नाकाम होने जा रहा है?  —क्या गहलोत को यह आशंका है कि वह भले ही 156 सीटें लाने का दावा कर रहे हो, लेकिन       मामला 56 के आसपास सिमटकर ना रह जाए?  —क्या मुख्यमंत्री को यह लगने लगा है कि राजस्थान में कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों की छवि       उनके इलाकों में इतनी खराब हो गई है कि उनमें से अधिकांश के जीतने के आसार नहीं       हैं?  —क्या गहलोत को लगने लगा है कि राजस्थान में ही नहीं, दिल्ली से भी कांग्रेस के बड़े उन्हें      नाकाम करने के लिए उनके खिलाफ साजिश रच रहे है? —क्या मुख्यमंत्री को ये लगने लगा है  कि उनकी ढेर सारी मुफ्त योजनाओं पर राज्य में      भ्रष्टाचार,बलात्कार,महिला सुरक्षा का मुद्दा चुनावों में भारी पड़ने वाला है?  शुक्रवार को राजस्थान में हुई कांग्रेस की पॉलिटिक्स अफेयर्स कमेटी की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा को बैठे बिठाये कांग्रेस पर सवाल उठाने का मौका दे दिया है। शुक्रवार की घटना में गहलोत के उपर  ओम प्रक

प्रकाश के प्रकाश से ही चमकेगा वसुंधरा राजे का चेहरा

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  प्रकाश के प्रकाश से ही चमकेगा वसुंधरा राजे का चेहरा   छोटा अखबार। वसुंधरा तेरी खेर नहीं, मोदी तुझसे बैर नहीं, प्रदेश के पिछले विधान सभा चुनावों में इस नारे ने खूब धूम मचाई थी। जिसका खामियाजा भाजपा और वसुंधरा ने व्यक्तिगत भुगता। जिसका असर आज भी वसुंधरा के लिये गले की हड्डी बना हुआ है। भाजपा सूत्रों और संचार माध्यमों के अनुसार प्रदेश में भाजपा की पूर्व वसुंधरा सरकार के दौरान भाजपा के संगठन महासचिव रहे प्रकाश चन्द्र की पुर्व मुख्यंत्री राजे से नाराजगी उस दौरान जगजाहिर थी। नाराजगी के दौरान प्रकाश चन्द्र ने संघ मुख्यालय नागपुर को राजे की शिकायत दर्ज कराई थी जिसका अंधेरा आज भी कायम है।  प्रकाश के प्रकाश को तरस रही वसुंधरा गत शुक्रवार को चार घण्टे के लिए जयपुर आई थी और प्रकाश से मुलाकात कर वापस लौट गई। प्रकाश से मिलकर राजे का अंधेरा दूर हुआ या नही इसका पता 15 अगस्त को ही चल पायेगा। संचार माध्यमों के अनुसार 15 अगस्त से भाजपा परिवर्तन यात्रा जैसा कुछ नया करने जा रही है। आपको बता दें कि राजस्थान में फिलहाल भावी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया है और आगामी विधान सभा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे

पोलटिकल अफेयर कमेटी की मीटिंग में गहलोत की वक्र दृष्टि

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 पोलटिकल अफेयर कमेटी की मीटिंग में गहलोत की वक्र दृष्टि छोटा अखबार। प्रदेश के वॉर रूम में कांग्रेस की पोलटिकल अफेयर कमेटी की पहली बैठक हुई। इस कमेटी का गठन महज दो दिन पहले होना बताया गया है। बैठक में भाग लेने वाले कई नेता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कोप भाजन का शिकार हो गये। सरकार की वापसी के सपने देख रहे परेशान गहलोत ने अपने ही मंत्री मंडल के सा​थियों पर गुस्सा निकालते नजर आए। बैठक में मुख्यमंत्री स्थिति देख उपस्थित नेताओं के चेहरों पर हवाइयां उड़ने लगी। वहां मौजूद मधुसूदन मिस्त्री, वेणुगोपाल, रंधावा, सचिन पायलट और संवैधानिक पद पर बैठे सी पी जोशी केवल मूक दर्शक बने नजर आये। संचार माध्यमों के अनुसार मुख्यमंत्री की यह हालत उनकी दर्जनों घोषणाओं के बाद भी राज्य के मतदाताओं का कांग्रेस के प्रति सकारात्मक रुख नहीं बन पाना बताया जा रहा है। आपको बता दें कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार की वापिस के प्रयास केवल मुख्यमंत्री ही करते नजर आ रहे है। यहीं कारण है कि गहलोत बार बार दोहरा रहे हैं कि उनकी सरकार के खिलाफ राज्य में इस बार एंटी इनकम्बेंसी का वातावरण नहीं है। बैठक में गहलोत ने मंत्री प्रतापसिंह खाच

दो फकिरों के फेर में राजनीति की फिरकी, एक ने कहा खाली कुर्सियां ही करेंगी वसुंधरा का भला

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 दो फकिरों के फेर में राजनीति की फिरकी, एक ने कहा खाली कुर्सियां ही करेंगी वसुंधरा का भला  छोटा अखबार। प्रदेश में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर फिरकी लेते हुए कहा कि पीएम की सभा में कुर्सियां खाली रह जाती हैं। ये खाली कुर्सियां ही वसुंधरा का भला करेंगी। पीएम नरेंद्र मोदी की सभा में इन्होंने देख लिया, जनता ने आईना दिखा दिया। कुर्सियां खाली पड़ी थीं और लोग जाने लग गए थे।  ये बात गहलोत ने गुरुवार को जयपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान कही। उन्होने कहा कि पीएम के भाषण के दौरान कुर्सियां खाली रखना और उनका जाना, वसुंधरा राजे का यही भला करेगा और कोई भला करने वाला नहीं है। वसुंधरा राजे का अगर कोई भला होगा तो इन खाली कुर्सियों से ही होगा। गहलोत । गहलोत ने संचार माध्यम के प्रतिनिधियों से कहा कि ईडी,सीबीआई और सारी केंद्रीय एजेंसी को आने दीजिए, वह क्या कर लेंगे? आपके सामने मैं मोदी से बड़ा फकीर बैठा हूं। मैंने एक ग्राम सोना नहीं खरीदा, कोई जमीन या फ्लैट नहीं खरीदा। कोई प्रॉपर्टी नहीं बनाई। मुख्यमंत्री आवास खाली करना पड़ा तो मुझे किराए का मकान ढूंढना पड़ेगा। भाजपा के लोग झूठे आरोप लगा रहे हैं।

कांग्रेस विधायक गोपाल मीणा पर जूते चटवाने का आरोप, थाने में मामला दर्ज

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 कांग्रेस विधायक गोपाल मीणा पर जूते चटवाने का आरोप, थाने में मामला दर्ज छोटा अखबार। प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर उबाल आगया है। जयपुर में मध्य प्रदेश में हुये पेशाब कांड जैसी घटना का होना सामने आया है। जयपुर के जमवारामगढ़ इलाके में एक व्यक्ति ने स्थानिय विधायक गोपाल मीण और डिप्टी एसपी शिवकुमार भारद्वाज पर अपहरण करके उक्त व्यक्ति के ऊपर पेशाब करने और जूते चटवाए लगाया। उपरोक्त घटना पर विधायक गोपाल मीणा ने कहा कि इस मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। ये जमीन से जुड़ा विवाद है। आरोप तो कोई भी लगा सकता है। मामले की जांच में दूध का दूध पानी का पानी सामने आ जाएगा। 51 साल के पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि गांव टोडालडी आंधी में वह एक जमीन की सार-संभाल करता आ रहा है। 30 जून को घटना वाले दिन वह पत्नी और साथी के साथ खेत पर काम कर रहा था। अचानक पुलिस वाले आए और जबरदस्ती गाड़ी में पटककर कर विधायक गोपाल मीणा के घर ले गये और वहां उसे एक कमरे में बंद कर दिया।  जब पीड़ित छोड़ने के लिए गिड़गिड़ाने लगा तो डिप्टी शिव कुमार भारद्वाज ने उसके मुंह पर पेशाब कर दिया और कहा कि जमवारामगढ़ के राजा गोपाल मीणा को बिना नज