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खाटूश्याम मंदिर कमेटी को लेकर स्थानिय विधायक नाराज, कहा सीएम से करूंगा शिकायत

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  खाटूश्याम मंदिर कमेटी को लेकर स्थानिय विधायक नाराज, कहा सीएम से करूंगा शिकायत छोटा अखबार। ख्यातनाम खाटूश्याम मंदिर पर हुए हादसे के बाद मंदिर कमेटी को लेकर हुई राजनीति और समाजवाद से सरकार में हलचल मचा हुआ है। स्थानिय मीडिया सूत्रों के अनुसार मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और राजेंद्र गुढा के श्याम मंदिर कमेटी का समर्थन किया तो विधायक चौधरी वीरेंद्र सिंह ने प्रेस वार्ता कर उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। चौधरी ने कहा कि हादसे की जांच हो रही है, इसके बाद मंदिर कमेटी को क्लीन चिट कैसे दी जा रही है। उन्होंने कहा कि वह इसकी शिकायत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रेस वार्ता में विधायक चौधरी ने खाटूश्याम मंदिर को सरकार के अधीन करने का भी मुद्दा उठाया और कहा कि देशभर से मंदिर में श्रद्धालु आते हैं और दान भी खूब करते हैं। इसके बाद भी मंदिर कमेटी उनकी सुरक्षा की व्यवस्था नहीं कर पा रही है। ऐसे में मंदिर को देव स्थान विभाग के अधीन कर देना चाहिए। विधायक ने कहा कि, खाचरियावास और गुढ़ा मंत्री हैं, उनके शब्द कानून होते हैं। इस तरह के बयान देने से पहले उन्हें सोचना चाहिए था। हाद

मुख्यमंत्री का अलवर दौरा, मन्दिर में चढ़ाया छत्र

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मुख्यमंत्री का अलवर दौरा, मन्दिर में चढ़ाया छत्र छोटा बखबार। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोमवार को अलवर जिले के तिजारा कस्बे में स्थित चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन मन्दिर में चन्द्रप्रभु भगवान की आरती में शामिल हुए। इसके उपरांत श्री गहलोत ने कस्बे में स्थित प्राचीन हनुमान मन्दिर में दर्शन और पूजा-अर्चना कर चांदी का छत्र चढ़ाया। उन्होंने ईश्वर से प्रदेश की उन्नति और खुशहाली की कामना की। इससे पूर्व हैलीपैड पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनप्रतिनिधि और आमजन से मुलाकात कर उनसें बातचीत की। उन्होंने मुख्यमंत्री को राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं खासतौर पर मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, किसान मित्र ऊर्जा योजना सहित सभी फ्लैगशिप योजनाओं एवं पेंशन बहाली के कदम को ऎतिहासिक बताते हुए आभार जताया। मुख्यमंत्री के अलवर दौरे के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने मुख्यमंत्री के दस्ते को काले झंडे दिखाये। इस घटना से प्रशासन की मुस्तेदी की पोल खुल गई। 

आज नग पंचमी है, ऐसे करें नाग देवता की पूजा

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 आज नग पंचमी है, ऐसे करें नाग देवता की पूजा छोटा अखबार। सनातन धर्म के अनुसार आज सावन की पंचमी तिथि है। हमारे यहां इस तिथि पर नाग पंचमी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। आज के दिन विशेष रूप से नाग महाराज की पूरी विधी विधान से पूजा अर्चना की जाती है। पण्डित हरि प्रसाद त्रिवेदी ने कहा कि श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को हम नाग पंचमी रूप में मानते है। उन्होने कहा कि आज का दिन उन जातकों के लिये विशेष महत्व रखता है जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष है। ऐसे जतकों को आज के दिन अनन्त, वासुकी, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट, शंख, कालिया और पिंगल नामक देव नागों की पूजा करनी चाहिए। इससे जातक की कुंडली से कालसर्प दोष खत्म हो जाता है। श्री त्रिवेदी ने कहा कि सामन्यत: आज के दिन घर के दरवाजे पर सांप की आठ आकृति बनाकर हल्दी, रोली, चावल और फूल चढ़ाकर नागदेवता को मिष्ठान अदि का भोग लगा कर पूजा करनी चाहिए। पूजा करने के बाद कच्चे दूध में घी और चीनी मिलाकर उसे नाग को अर्पित करना चहिए। ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।

उत्तर प्रदेश के मंदिरों और आश्रमों पर लगेगा टैक्स

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 उत्तर प्रदेश के मंदिरों और आश्रमों पर लगेगा टैक्स छोटा अखबार। उत्तर प्रदेश के ब्रज क्षेत्र में पांच हजार से ज्यादा मंदिरों पर स्थानिय निकाय हाउस टक्स लगाने का विचार कर रही है। वहीं मंदिर परिसर में ठाकुरजी फ्री में रहेंगे। इस बाबत् निकाय द्वारा क्षेत्र में सर्वे कराया जा रहा है। मीडिया सूत्रों के अनुसार ब्रज क्षेत्र में कुछ मंदिरों को छोड़कर ज्यादातर मंदिरों में पुजारी निवास करते हैं। ये लोग ठाकुर जी की सेवा करते है और अपने परिवार सहित मंदिर परिसर में ही निवास करते हैं और सरकार द्वारा लगाये जाने वाले टैक्सों से बचे हुए थे। लेकिन अब स्थानिय नगर निगम ने अन्य अवासों की तरह टैक्स लेने का विचार बना लिया है। इसके लिये निगम द्वारा सर्वे का कार्य करवाया जा रहा है। इस सर्वे में ठाकुर जी के निवास को छोड़ परिसर के अन्य भाग पर टैक्स वसूली का कार्य किया जायेगा।   नगर निकाय अधिनियम की धारा 177 बी के अनुसार पूजा स्थलों पर टैक्स छूट का प्रावधान है। नियम के तहत पूजा स्थल से जुड़े सभी भवन, दुकान और आवास से टैक्स वसूली का नियम है। वहीं किसी धार्मिक स्थल पर अन्य कोई गतिविधि चल रही है तो टैक्स उसी प्रकार स

वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना-2022, संशोधित आदेश जारी

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  वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना-2022, संशोधित आदेश जारी छोटा अखबार। राज्य सरकार ने वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना-2022 के तहत बिन्दु संख्या 21 (य) में वरिष्ठ नागरिक की उम्र 65 वर्ष के स्थान पर 70 वर्ष या उससे अधिक आयु पढ़ी जाने के संशोधित आदेश जारी किये है। आदेशानुसार रेल और हवाई यात्रा के दौरान स्थान रिक्त रहने की परिस्थिति में इच्छुक पात्र व्यक्ति जिन्होंने आवेदन किया किया था को अनुमत करने का अधिकार आयुक्त देवस्थान विभाग को होगा। 20 हजार वरिष्ठ नागरिकों को करवायी जाएगी यात्रा वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में इस बार 20 हजार वरिष्ठ नागरिक देशभर के तीर्थ स्थलों की निःशुल्क यात्रा करेंगे। तीर्थ यात्रा के लिए जून के द्वितीय सप्ताह ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी, जो 30 जून तक चलेगी। 18 हजार वरिष्ठ नागरिकों को रेलमार्ग और 2 हजार वरिष्ठ नागरिकों को वायुयान मार्ग से तीर्थ यात्रा करवायी जाएगी। यात्रा के लिए पात्र व्यक्ति का राजस्थान का मूल निवासी और 60 वर्ष से अधिक आयु का होना आवश्यक है। आयु की गणना 1 अप्रेल, 2022 को आधार मान कर की जायेगी। अर्थात उसका जन्म 1 अप्रेल, 1962 से पूर्व का

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों से की अपील, टीवी चैनलों का करें बहिष्कार

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  ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों से की अपील,  टीवी चैनलों का करें बहिष्कार  छोटा अखबार।  ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर कहा कि मुस्लिम विद्वान टीवी पर होनी वाली बहस में भाग ना लेवें। क्योंकि इनका मकसद इस्लाम और मुसलमान का मजाक उड़ाना व अपमान करना है।

30 साल बाद शनि देव लौटेंगे अपने घर।

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  30 साल बाद शनि देव लौटेंगे अपने घर। छोटा अखबार। पण्डित हरिप्रसाद त्रिवेदी ने कहा कि ज्योतिष के अनुसार कुंभ राशि के स्वामी ग्रह शनि हैं। वहीं 30 साल बाद 29 अप्रैल 2022 को शनि देव कुंभ राशि में प्रवेश करने वाले हैं। स्वामी ग्रह होने के कारण कुंभ राशि वालों पर इनकी विशेष कृपा रहेगी। इसके अलावा शनि मकर राशि के भी स्वामी हैं। मिथुन राशि इनकी उच्च जबकि मेष निम्र राशि है। श्री त्रिवेदी ने कहा कि शनि देव के कुंभ राशि में प्रवेश करने से तुला, मेष, वृ़षभ, धनु राशि वाले लोगों के लिए शुभ होगा।  साथ हीं कुंभ राशि में शनि के प्रवेश करने से कुंभ राशि वालों पर शनि साढ़े साती का दूसरा चरण शुरु हो जाएगा। मीन राशि वालों पर पहला चरण जबकि मकर राशि वालों पर तीसरा चरण शुरु होगा। इसके अलावा कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि ढैय्या शुरु हो जाएगी जबकि तुला राशि और मिथन राशि को ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी।

पंडित सत्यवीर भारद्वाज को मिला ब्राह्मण गौरव सम्मान।

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  पंडित सत्यवीर भारद्वाज को मिला ब्राह्मण गौरव सम्मान।  छोटा अखबार। जयपुर में सर्व ब्राह्मण महासभा का राष्ट्रीय स्तर पर इंटरनेशनल स्कूल ऑफ एस्ट्रोलॉजी एंड डिवाइन साइंसेज मैत्री संस्थान और पूनम फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में ब्राह्मण गौरव सम्मान और होली स्नेह मिलन समारोह का आयोजन हुआ।  इस दौरान कुंडली विश्लेषक पंडित सत्यवीर भारद्वाज को ब्राह्मण गौरव और श्री शक्ति सम्मान से नवाजा गया। सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शुभेश शर्मन ने कहा कि पंडित सत्यवीर भारद्वाज ने 10 सटीक भविष्यवाणी की है जो एक गौरव की बात है। उन्होने कहा कि पंडित भारद्वाज अच्छे भविष्यवक्ता और कुंडली विश्लेषक है। 

4 मार्च, फुलेरा दूज से बिरज में होली रे रसिया।

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 4 मार्च, फुलेरा दूज से बिरज में होली रे रसिया। 4 मार्च से शुरू होगी ब्रज की होली, ठाकुर राधा वल्लभ लाल मंदिर में होगा फुलेरा दूज का बड़ा आयोजन। इस दिन बड़ी धूमधाम के मनाया जायेगा होली उत्सव।  छोटा अखबार। ब्रज क्षेत्र में 4 मार्च फुलेरा दूज से शुरू हाने वाले होली उत्सव पर जानकारी देते हुये पण्डित हरिप्रसाद त्रिवेदी ने कहा कि धार्मिक मान्यता के अनुसार फुलेरा दूज के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने होली खेलने की शुरुआत की थी। इसी कारण समस्त बृज क्षेत्र में इस दिन से होली का आयोजन शुरू हो जाता है। पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 3 मार्च को रात 09:36 मिनट से आरंभ होगी और 4 मार्च को रात 08:45 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि को मानते हुए 04 मार्च को फुलेरा दूज मनाई जाएगी। उन्होने कहा कि वृंदावन के प्रसिद्ध ठाकुर राधा वल्लभ लाल मंदिर में फलोरा दूज के दिन मंदिर प्रांगण में भक्तों द्वारा होली का आयोजन किया जाता है। इस दौरान ठाकुर राधा वल्लभ लाल इस दिन लाल पीले रंग के वस्त्र धारण कर कमर पर फेटा बांधकर भक्तों के साथ होली खेलते हैं। श्री त्रिवेदी ने कहा कि आयोजन के अवसर पर

आज दो शुभ योगों के बीच मनाई जा रही है फाल्गुन अमावस्या।

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  आज दो शुभ योगों के बीच मनाई जा रही है फाल्गुन अमावस्या। फाल्गुन मास की अमावस्या तिथि हिंदू वर्ष के अनुसार साल की आखिरी अमावस्या तिथि होती है। इसे शास्त्रों में शुभ माना गया है। इस बार फाल्गुन अमावस्या पर दो शुभ योग बनने से इसका महत्व कहीं ज्यादा बढ़ गया है।  छोटा अखबार। वैसे तो अमावस्या तिथि 1 मार्च को देर रात 01:00 बजे से शुरू हो चुकी है, और यह आज रात 11:04 बजे तक रहेगी। पण्डित हरिप्राद त्रिवेदी के अनुसार इस बार फाल्गुन अमावस्या पर दो शुभ योग बन रहे हैं, जिसके कारण अमावस्या तिथि का महत्व ज्यादा बढ़ गया है।  श्री त्रिवेदी ने कहा कि आज सुबह 08:21 बजे तक शिव योग है और उसके बाद से सिद्ध योग प्रारंभ हो जाएगा। सिद्ध योग अगले दिन 03 मार्च को प्रात: 05:43 बजे तक रहेगा। दोनों ही योग में शुद्ध मन से किए गए किसी भी शुभ काम का फल कई गुना बढ़ जाता है।

प्रदेश में पहली बार सरकार करेगी, श्रीमद भागवत कथा।

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  प्रदेश में पहली बार सरकार करेगी, श्रीमद भागवत कथा।   छोटा अखबार।  प्रदेश में पहली बार सरकार श्रीमद भागवत कथा का आयोजन करने जा रही है। सरकार के अनुसार देवस्थान विभाग और तीन निजी संस्थाओं के सहयोग से आयोजित होने वाली भागवत कथा की शुरुवात कल महाशिवरात्रि से होगी, वहीं कथा का आयोजन 1 मार्च से 7 मार्च तक जारी रहेगा। सरकारी जानकारी के अनुसार 1 मार्च से शुरू होने वाली भागवत कथा का आगाज कलश यात्रा के साथ होगा।  कलश यात्रा में उद्योग एवं देवस्थान वाणिज्य मंत्री श्रीमती शकुन्तला रावत सहित शहर के कई गणमान्य लोग शामिल होंगे। प्रदेश में सर​कारी विभाग की ओर से पहली बार इस तरह का आयोजन किया जा रहा है। कथा का आयोजन जयपुर में बलदेवजी मंदिर परशुराम द्वारा में होगा। कथा का वाचन व्यासपीठ से स्वामी अकिंचन द्वारा किया जायेगा।  

आज उठेगें देव

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आज उठेगें देव देवोत्थान एकादशी कार्तिक, शुक्ल पक्ष की एकादशी को कहते हैं। दीपावली के बाद आने वाली एकादशी को ही देवोत्थान एकादशी अथवा देवउठान एकादशी या 'प्रबोधिनी एकादशी' कहा जाता है. आषाढ़, शुक्ल पक्ष की एकादशी की तिथि को देव शयन करते हैं और इस कार्तिक, शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन उठते हैं। इसीलिए इसे देव-उठनी एकादशी कहा जाता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु जो क्षीरसागर में सोए हुए थे, चार माह उपरान्त जागे थे। विष्णु जी के शयन काल के चार मासों में विवाहादि मांगलिक कार्यों का आयोजन करना निषेध है। हरि के जागने के बाद ही इस एकादशी से सभी शुभ तथा मांगलिक कार्य शुरू किए जाते हैं। ये है मान्यता कहा जाता है कि चातुर्मास के दिनों में एक ही जगह रुकना ज़रूरी है, जैसा कि साधु संन्यासी इन दिनों किसी एक नगर या बस्ती में ठहरकर धर्म प्रचार का काम करते हैं। देवोत्थान एकादशी को यह चातुर्मास पूरा होता है और पौराणिक आख्यान के अनुसार इस दिन देवता भी जाग उठते हैं। माना जाता है कि देवशयनी एकादशी के दिन सभी देवता और उनके अधिपति विष्णु सो जाते हैं। फिर चार माह बाद देवोत्थान एकादशी को जागते हैं।

पितृपक्ष के सपनों का राज, सपनों मे क्या कहते है पूर्वज 

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पितृपक्ष के सपनों का राज, सपनों मे क्या कहते है पूर्वज  छोटा अखबार। पितृपक्ष का हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है। पितृपक्ष में अपने पूर्वजों को याद करने, उनके प्रति श्रद्धा का भाव रखने और तर्पण करने का समय होता है। पितृपक्ष 16 दिनों तक चलता है। अभी पितृपक्ष चल रहें और 17 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या के दिन इसका समापन होगा। मान्यता है कि श्राद्ध पक्ष के दौरान पितरों को दिया गया भोजन और तर्पण उनको जरूर पहुंचता है। पितृपक्ष में पितर देव ब्राह्राण और पशु पक्षियों के रूप में अपने परिजनों के द्वारा दिए गए अर्पण को स्वीकार कर उन्हें आशीर्वाद देते हैं। पितृपक्ष में पितरों का तर्पण जरूर करना चाहिए नहीं तो पितृदोष लगता है। मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान पूर्वज अपने परिजनों के सपने में आकर कुछ खास संकेत देते हैं। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार अगर पितृपक्ष के दौरान किसी के सपने में कोई पूर्वज या मृत परिजन धरती पर मौजूद अपने परिवार के सदस्यों संग वार्तालाप करता है तो इसका संकेत वह आने वाले समय में आपके साथ होने वाली किसी अनहोने के बारे में संकेत देते हैं। पितृपक्ष के दौरान अगर सपने में कोई पूर्वज ह

कोरोना और भारतीय परम्परा

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कोरोना और भारतीय परम्परा सोशल मीडिया से छोटा अखबार।  ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोऽपिवा। यः स्मरेत्पुण्डरीकाक्षं स बाह्यभ्यन्तरः शुचिः॥ ॐ पुनातु पुण्डरीकाक्षः पुनातु पुण्डरीकाक्षः पुनातु।। जिस छुआछूत को बदनाम कर-कर के उपन्यासों में फिल्मों में ब्राह्मणों को झूठा और फर्जी बदनाम किया गया, वहीं छुआछूत आज विश्व की ब्रह्मास्त्र बनकर रक्षा कर रहा है।               आपने अपने शास्त्रों का और ब्राह्मणों का खूब मज़ाक उड़ाया था। जब वह यह कहते थे कि जिस व्यक्ति का आप चरित्र न जानते हों उससे जल या भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए। क्योंकि आप नहीं जानते कि अमुक व्यक्ति किस विचार का है, क्या शुद्धता रखता है, कौन से गुण प्रधान का है, कौन सा कर्म करके वह धन ला रहा है, शौच या शुचिता का कितना ज्ञान है, किस विधा से भोजन बना रहा है, उसके लिए शुचिता या शुद्धता के क्या मापदंड हैं इत्यादि। आपने ब्राह्मणों पर जातिवादी और छुआछूत बढ़ाने का आरोप लगाया और कहा के इन्हें अन्य व्यक्तियों के छाया पड़ने से भी छूत लगता है। किन्तु वर्तमान समय में एक करोना वायरस की वजह से सभी को एक मीटर तक की दूरी बनाए रखने की हिदायत पूरा

राम मंदिर निर्माण पर हुई पहली बैठक

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राम मंदिर निर्माण पर हुई पहली बैठक छोटा अखबार। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए गठित ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ 15 सदस्यीय ट्रस्ट दिल्ली के ग्रेटर कैलाश-1 में स्थित ट्रस्ट के संस्थापक के. परासरण के घर से चल रहे दफ्तर ने बुधवार को पहली बैठक राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास की अध्यक्ष में हुई। वहीं वीएचपी के उपाध्यक्ष चंपत राय को महासचिव नियुक्त किया। खबार सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा अयोध्या में 66.7 एकड़ जमीन पर मंदिर निर्माण और प्रबंधन के लिए गठित समिति का नेतृत्व करेंगे।  बतादें कि शीर्ष अदालत द्वारा राम मंदिर के पक्ष में निर्णय देने व मंदिर निर्माण के लिए न्यास के गठन के आदेश पर पांच फरवरी को केंद्र सरकार ने ट्रस्ट का ऐलान किया था। दास और राय सीबीआई द्वारा नामित उन लोगों में शामिल हैं, जो 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस से संबंधित आपराधिक षड्यंत्र के मामले में आरोपी थे। वे जमानत पर बाहर हैं और लखनऊ की विशेष अदालत में मामले की सुनवाई चल रही है। मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार को तीन महीने के अंदर ट्रस्ट बना

शिरडी अनिश्चितकाल के लिये बंद

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शिरडी अनिश्चितकाल के लिये बंद छोटा अखबार। समाचार सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र में शिरडी के लोगों ने शिरडी को अनिश्चितकाल बंद का आह्वान किया है। स्थानिय प्रशासन के अनुसार बंद के दौरान साईं बाबा का मंदिर खुला रहेगा। शिरडी में यह स्थिति महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के उस बयान से हुई हैं जिसमें उन्होंने परभणी ज़िले के पाथरी गांव को साईं बाबा का वास्तविक जन्मस्थान बताया था। पिछले हफ्ते ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पाथरी के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी। वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र की अघाड़ी सरकार की आलोचना करते हुए  दावा किया है कि उनका बयान ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित नहीं है।

सनाढ्य ब्राह्मण समाज की 60 उत्कृष्ट प्रतिभाओं का सम्मान

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सनाढ्य ब्राह्मण समाज की 60 उत्कृष्ट प्रतिभाओं का सम्मान छोटा अखबार। अखिल राजस्थान सनाढ्य ब्राह्मण कल्याणकारी ट्रस्ट प्रताप नगर की ओर से हुआ आयोजन जयपुर। अखिल राजस्थान सनाढ्य ब्राह्मण कल्याणकारी ट्रस्ट प्रताप नगर जयपुर के बैनर तले मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान किया गया। सनाढ्य ब्राह्मण समाज की ओर से आयोजित इस सम्मान समारोह में समाज की कुल 60 उत्कृष्ट प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समाज की ओर से पौषबड़ा महोत्सव का आयोजन किया गया। इसमें सनाढ्य ब्राह्मण समाज के लोगों ने पंगत प्रसादी ग्रहण की। पौषबडा महोत्सव से पूर्व भगवान परशुरामजी के चित्र पर समाज के बुजुर्ग लोगों ने माल्यार्पण किया। पं. त्रिलोक शास्त्री एवं राधाबल्लभ शर्मा ने वैदिक रीति से पूजा कराई। इस अवसर पर समाज के मूल ट्रस्टी सदस्य रमेश चंद्र शर्मा एवं सदस्य लाभेश शर्मा, गजेंद्र शर्मा, हरीश शर्मा, शिवदयाल शर्मा, कजोड़मल शर्मा, लक्ष्मण प्रसाद शर्मा, गिर्राज प्रसाद मिश्रा, पुरुषोत्तम शर्मा, वैद्य राघवेश शर्मा, प्रशांत भारद्वाज, लेखराज पाराशर, फोटोग्राफर सुरेश चंद्र शर्मा सहित समाज के अन्य सदस्य उपस्थित थे।  कार्यक्रम का

चार महीने में बनेगा राम मंदिर — अमित शाह

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चार महीने में बनेगा राम मंदिर — अमित शाह छोटा अखबार। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि अयोध्या में चार महीने के अंदर आसमान छूता राम मंदिर बनेगा। ये बात गृह मंत्री ने झारखंड में चुनावी रेलियों को कहा। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या पर फैसला दिया इससे राम मंदिर बनाने का रास्ता साफ हो गया है। सौ साल से ज़्यादा वक्त से चला आ रहा विवाद भी खत्म हो गया। कांग्रेस ने मामला अटकाए रखने की साजिश की। कपिल सिब्बल ने इस साल सुनवाई रोकने की कोशिश की। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनपर ध्यान नहीं दिया और एकमत से फैसला दिया। अब अयोध्या में चार महीने के अंदर आसमान छूता राम मंदिर बनेगा।