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दूध के साथ बासी रोटी खाने से शुगर जड़ के खत्म हो जाता है

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 दूध के साथ बासी रोटी खाने से शुगर जड़ के खत्म हो जाता है छोटा अखबार। शुगर को ठीक करने में बासी रोटी आप के लिये वरदान साबित हो सकती है। आयुर्वेद के अनुसार यदि आप शुगर के मरीज हो तो आपको अपनी दिनचर्या में बासी रोटियों का उपयोग करना चाहिये।  वैध टीसी त्रिवेदी के अनुसार गेहू की बासी रोटियों में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। साथ ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स मात्रा भी काफी कम होती है जो इसे शुगर के मरीजों के लिए एक सुपाच्य भोजन बनता है। दुसरी ओर इसके उपयोग से पाचन क्रिया सहित, ब्लड प्रेशर और वजन को भी नियंत्रण किया जा सकता है।  श्री त्रिवेदी का कहना है कि बासी रोटियां आपको कई रोगों से बचा सकती है। गेहू की बासी रोटियां नाश्ते के लिए पूरी तरह से एक सुरक्षित और स्वस्थ विकल्प है। ये बाजार में मिलने वाले रेडी-टू-मेक ओट्स और पोहा जैसे खाद्य पदार्थों से कहीं बेहतर है।  त्रिवेदी ने कहा कि बासी रोटी को खाने के लिए रोटी को गर्म नहीं करना चाहिए बल्कि ठन्डे दूध में रोटी को टुकड़े—टुकड़े करके डाल दे और दस से पन्द्रह मिनट बाद इसे खाना चाहिए। वहीं आप शुगर के मरीज नहीं है तो इसमें मीठा भी मिला सकते है। उन्हो

विद्याधर नगर के लोग जानना चाहते है, दीया की अग्नि परीक्षा को

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 विद्याधर नगर के लोग जानना चाहते है, दीया की अग्नि परीक्षा को  छोटा अखबार।   प्रदेश में आज विधानसभा चुनाव के लिये नामांकन का तीसरा दिन है। प्रदेश में शुभ मुर्हूत और शुभ चौघड़िये में प्रत्याशियों का नामांकन दाखिल करने का दौर जारी है। राजधानी जयपुर में भी विद्याधर नगर क्षेत्र से प्रत्याशी दीया कुमारी ने भी अपना नामांकन दाखिल कर दिया है।  नामांकन से पहले दीया कुमारी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि प्रदेश में राम राज्य की स्थापना करने की जरूरत है और होनी भी चाहिए। भगवान करें कि आपकी मुराद पूरी हो। आगे उन्होने कहा कि मैं पहले सवाई माधोपुर से विधायक रही, फिर राजसमंद से सांसद हूं। 10 साल से राजनीति में हूं और मुझे लगता है मैंने अग्नि परीक्षा भी दी है। लेकिन विद्याधर नगर विधानसभा की जनता दीया से, ये जानना चाहती है कि सवाई माधोपुर और राजसमंद में उन्होने राम राज्य की स्थापना की है क्या? अगर की है तो जनता को बताएं और नहीं की है तो यहां इस तरह की बातों का क्या मतलब है। जनता यह भी जानना चाहती है कि उन्हे कैसे लगा कि उन्होने अग्नि परीक्षा कहां और कैसे दी। क्योंकि जनता कहती है कि पूरे संसार में अग्नि परीक्ष

मैं खुद मुख्यमंत्री हूं, तब भी सभी फैसले मेरी मर्जी से नहीं हो सकते?

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  मैं खुद मुख्यमंत्री हूं, तब भी सभी फैसले मेरी मर्जी से नहीं हो सकते? छोटा अखबार। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 4 दिन बाद आज दिल्ली से जयपुर लौटे हैं विशेष विमान से। दिल्ली में टिकट वितरण की खीचड़ी पकाके, अपने लवाजमें के साथ। और वे एयरपोर्ट पर ही संचार माध्यमों के जरीये जनता को संदेश देते है कि मैं खुद मुख्यमंत्री हूं, तब भी सभी फैसले मेरी मर्जी से नहीं हो सकते? तो सवाल ये है कि आखिर जनता और प्रदेश के सभी फैसले किस की मर्जी से होगें। यदि फैसलों में आपकी मर्जी नहीं चलती है, तो आप लवाजमें के साथ दिल्ली क्यों जाते हो। ये सवाल मेरा नहीं प्रदेश की 12 करोड़ जनता का है। ये सवाल हर वो मतदाता का है जो आपकी पार्टी के उम्मीदवार को विधानसभा 2023 में मतदान करेगा।  आपने तो तपाक से कह दिया कि सभी फैसले मेरी मर्जी से नहीं हो सकते? जब फैसले लेने की घड़ी आयेगी तो, आप तो जनता को कह देंगे कि मैंने तो चुनाव से पहले ही कह दिया था कि सभी फैसले मेरी मर्जी से नहीं हो सकते? तो फिर बात वहीं आयेगी की इसकी गारंटी कौन लेगा। क्योंकि आप हि कहते हो कि गारंटियों की चर्चा देशभर में है। आपने ने तो संचार माध्यमों के जरीये कह दि

पश्चिम लौटा पूरब में, पूरब खो गया पश्चिम में

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  पश्चिम लौटा पूरब में, पूरब खो गया पश्चिम में अशोक शर्मा  छोटा अखबार। भारत के 75 प्रतिशत लोग पश्चिम का अंधानुकरण करके अपने रिश्तों को खो चुके हैं जबकि पश्चिम के लोग इन्हीं रिश्तों के अभाव में खोखली हो गई अपनी जिंदगी को पुनः प्राणवान करने की कोशिश में रिश्तों को सहलाना शुरु कर चुके हैं। वे अब इन्हीं रिश्तों में ज़िन्दगी का रस खोजते हुए उनसे तेजी से जुड रहे हैं। विश्व का सर्वाधिक भौतिकवादी देश अमेरिका के युवा अब अपने माता-पिता से जुडने लगे हैं, उन्हें उनका साथ अच्छा लगने लगा है। जिस संरक्षण का उनके जीवन में अभाव था वह अब माता-पिता के सानिध्य से खत्म होने लगा है। उन्हें अब लगने लगा है कि एक वही हैं जो उन्हें हर किस्म की परेशानी में संभाल सकते हैं। यह बेहद आश्चर्य की बात है कि वहां के 94 प्रतिशत युवा अब रोज अपने माता-पिता को अपनी लोकेशन्स शेयर करते हैं। इस बहाने वे नियमित उनसे बात भी कर लेते हैं और एक सुकून भी महसूस करने लगे हैं। ज़िन्दगी में और क्या चाहिए, बस यही, जिसके लिए वे बरसों तरसते रहे, इसीलिए अब पश्चिम पूरब की तरफ लौट रहा है। पूरब अर्थात भारत। भारत अर्थात रिश्तों के रसमय संसार का

सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े बोल

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सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े बोल छोटा अखबार। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े बोल, सोशल मीडिया में उन्होने कहा है कि सिर्फ 24 घन्टे में 1 लाख+ रजिस्ट्रेशन हेतु बहुत-बहुत धन्यवाद राजस्थान। आपका यह विश्वास ही हमारी प्रेरणा है।  गहलोत के पास उपलब्ध आंकडो के अनुसार ये बात सही भी हो सकती है। लेकिन उन्हे ये भी पता है कि आंकडे कैसे और कौन बनाता है। उन्हे शायद ये भी पता होगा कि भाजपा ने भी कुछ इसी तरह के आंकड़ो से अपने आपको सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी होने की घोषणा की थी। लेकिन परिणाम 2018 में हुए आम चुनावों में क्या आया, शायद ये बताने की जरूरत नहीं है। वैसे भी गारंटी कहां जाती है, वो सब आप सभी सयानों को पता है। जनता इतनी भी नहीं है जितना आप लोग समझते हो। ये सब जानती है।  गहलोत साहब ये बात सही है कि जानवर को कांकड़े और सरकार को आंकड़े पसंद है। लेकिन यहां आंकड़ो से नहीं वोट से काम चलता है। इस बात का पता 3 दिसंबर 2023 को चलेगा कि कितने लोगों ने 7 गारंटी को रजिस्ट्रेशन किया है।   

सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के दफ्तर पर आयकर विभाग की छानबीन

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सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के दफ्तर पर आयकर विभाग की छानबीन छोटा अखबार।  सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के ठिकाने पर आयकर विभाग की टीम पहुंची। संचार माध्यमों के अनुसार उदयपुर में आंजना के दफ्तर पर चार गाड़ियों में करीब 8 से 10 लोग पहुंचे। ये लोग आयकर विभाग की टीम के बताये गये है। आईटी विभाग टीम मंत्री के दफ्तर में छानबीन कर रही हैं। लेकिन यह कार्रवाई किस मामले में की जा रही है, इसकी ठोस जानकारी अभी नहीं मिली है।  मामला आज दोपहर 2 बजे के बाद का है। जानकारी के अनुसार दफ्तर का ताला बंद कर छानबीन की कार्यवाही की जा रही है। संचार माध्यमों का कहना है कि उदयपुर में आंजना के दफ्तर पर पहुंचने से पहले आयकर विभाग की टीम ने पुणे में छानबीन की थी। वहीं मंत्री आंजना अभी उदयपुर में नहीं हैं। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो सका है कि पुणे में छानबीन कहां और किसके यहां की गई। 

सत्ता में वापसी के लिये कांग्रेस ने लगाया गोबर पर दाव

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 सत्ता में वापसी के लिये कांग्रेस ने लगाया गोबर पर दाव   छोटा अखबार। राजस्‍थान विधानसभा चुनाव 2023 मतदान में अब कुछ ही दिन शेष रहे है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने जनता को लुभाने के लिये गोबर पर दाव लगाया है। अपको बता दें कि सत्ता हांसिल करने के लिये मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के लोगों को सात गारंटियां दी हैं। गहलोत ने कहा है कि राजस्‍थान में कांग्रेस की सरकार बनती है तो इन गारंटियों को पूरा किया जाएगा। इन सात गारंटियों में 15 लाख तक की मुफ्त बीमा सहायता, सरकारी कॉलेज के पहले साल फ्री लैपटॉप या टैबलेट, सरकारी कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम, हर विद्यार्थी के लिए अंग्रेज़ी माध्यमिक शिक्षा की गारंटी, 2 रुपये प्रति किलो गोबर की खरीदी, परिवार की महिला मुखिया को 10,000 रुपये प्रति वर्ष और 1.04 करोड़ परिवारों को 500 रुपये में गैस सिलिंडर देने की प्रमुख गारंटी दी है। उपरोक्त गारंटियों में गोबर की ख​रीदी नई गारंटी है जबकी अन्य गारंटी प्रदेश में पहले से ही लागू है। कांग्रेस पार्टी ने इन गारंटियों के जरिये महिला और युवाओं को लुभाने का प्रयास किया है। अब देखना ये है कि ​कितने लोग गहलोत और