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सीजे बनायेगा पत्रकारों के लिये ई—श्रम कार्ड

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  सीजे बनायेगा पत्रकारों के लिये ई—श्रम कार्ड छोटा अखबार। कौंसिल ऑफ जर्नलिस्ट्स [सीजे] की हुई साधारण सभा में हुये निर्णय अनुसार प्रदेश में सीजे सदस्यों के ई—श्रम कार्ड बनाये जायेगें। कौंसिल के प्रदेशाध्यक्ष अनिल त्रिवेदी ने कहा कि श्रम विभाग से हुई वार्तानुसार पत्रकारों के ई—श्रम कार्ड बनाने का निर्णय लिया गया है। उन्होने कहा कि ई—श्रम कार्ड बनाने का कार्य श्रम दिवस 1 मई 2022 से शुरू किया जायेगा। इससे पत्रकारों को सरकार द्वारा जारी 12 सरकारी योजनाओं लाभ मिल सकेगा। इन योजनाओं में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, स्वरोजगार करने वालों के लिए राष्ट्रीय पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, राष्ट्रीय सामाजिक सहायता योजना, आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन जैसी योजनाएं शामिल है। श्री त्रिवेदी ने कहा कि ई— श्रम कार्ड के माध्यम से कार्ड धारक को 2 लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा दिया जाता है। इसके लिए कार्ड धारक को कोई प्रीमियम जमा नहीं करा

पटियाला में हिंसक झड़प के बाद हाई अलर्ट

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 पटियाला में हिंसक झड़प के बाद हाई अलर्ट  छोटा अखबार। पंजाब के पटियाला में कल हुई हिंसक झड़प के बाद आज राज्य सरकार के एक आदेश के तहत सुबह 9:30 से शाम 6 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं। मीडिया सूत्रों के अनुसार आज हिंदू संगठनों ने पटियाला बंद का आह्वान किया है। इस कारण शहर में  हाई अलर्ट। आपको बतादें कि कल पटियाला में खालिस्तान मुद्दे को लेकर शिव सैनिक और खालिस्तान समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। हिंसक झड़पों का यह सिलसिला शहर में करीब 3 से 4 घंटे तक जारी रहा। मीडिया सूत्रों के अनुसार टंटे का कारण सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कुछ दिन पहले शुक्रवार को खालिस्तान का स्थापना दिवस मनाने की घोषणा की थी। जिसके जवाब में शिवसेना (बाल ठाकरे) के प्रदेश कार्यकारी प्रधान हरीश सिंगला ने पत्रकार वार्ता कर शुक्रवार को खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च निकालने का एलान बताया जा रहा है। 

राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला का उद्घाटन आज सांय 5 बजे

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 राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला का उद्घाटन आज सांय 5 बजे।   छोटा अखबार। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी आज सायं 5 बजे जवाहर कला केन्द्र में राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला-2022 का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया एवं उच्च शिक्षा मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव भी उपस्थित रहेंगे। यह मेला 30 अप्रेल से 9 मई, 2022 तक आयोजित होगा। सहकारिता विभाग द्वारा आयोजित हो रहे मसाला मेले में जयपुरवासी देश और प्रदेश के मसालों की 100 से अधिक स्टालों पर खरीद कर सकेंगे। सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने कहा कि मसाले दैनिक उपभोग की आवश्यकता होने से केमिकल और अन्य मिलावटी मसाले आम आदमी के स्वास्थ्य पर कुप्रभाव डालते हैं, इनसे बचने के लिए राजस्थान देश का एकमात्र ऐसा प्रदेश है, जो गत कई वर्षों से सहकार मसाला मेले का आयोजन करते हुए शुद्ध मसाले उपलब्ध कराने की पहल करता आ रहा है। कोविड-19 के कारण गत दो वर्षों से मेले का आयोजन नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि जयपुर में आयोजित होने वाला सहकार मसाला मेला अब राष्ट्रीय स्वरूप प्राप्त कर चुका है और जयपुरवासियों को इस मेले की प्रतीक्षा रह

आंकड़ों के मायाजाल से लुट रही देश की जनता — गहलोत

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  आंकड़ों के मायाजाल से लुट रही देश की जनता — गहलोत  डॉ. प्रदीप चतुर्वेदी की कलम से। छोटा अखबार। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राज्यों को वैट कम करने की प्रधानमंत्री की सलाह पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान सामने आया है।  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने आज मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में बीजेपी शासित भोपाल को ये संदेश देने के लिए जयपुर का नाम लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ की गई बैठक में नरेन्द्र मोदी ने आक्षेप लगाया कि केन्द्र सरकार की ओर से एक्साइज ड्यूटी में कटौती की गई परन्तु कई राज्यों ने वैट कम नहीं किए जिससे जनता को लाभ नहीं मिला। प्रधानमंत्री ने जयपुर का नाम तो लिया परन्तु वो संदेश बीजेपी शासित राज्यों को ही देना चाह रहे थे क्योंकि आज भी भोपाल में पेट्रोल एवं डीजल की कीमतें जयपुर से अधिक हैं। संभवत: भूलवश उन्होंने भोपाल को जयपुर बोल दिया। सीएम गहलोत ने कहा है कि राजस्थान सरकार ने 29 जनवरी 2021 को पेट्रोल एवं डीजल पर 2 प्रतिशत वैट कम किया था जबकि उस समय केन्द्र ने एक्साइज ड्यूटी

ईमानदार-गहलोत-की-बेईमानदार-सरकार

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 ईमानदार-गहलोत-की-बेईमानदार-सरकार नन्नू मल तो अपनी वसूली कर रहा था महेश झालानी की कलम से :- छोटा अखबार। अलवर के तत्कालीन कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया ने बतौर रिश्वत पांच लाख रुपये ले भी लिए तो कौनसा बड़ा पहाड़ टूट पड़ा। अलवर में कलेक्टर की पोस्टिंग के लिए बेचारे ने पूरे एक करोड़ रुपये श्रम मंत्री टीकाराम जूली को देने की चर्चा है। इतनी मोटी राशि पहले जगरूप सिंह यादव ने जयपुर कलेक्टर की पोस्ट हथियाने के लिए महेश जोशी को दी बताई।  जयपुर पहला जिला है जहां किसी प्रमोटी आईएएस को कलेक्टर बनाया गया। जगरूप और महेश जोशी के रिश्ते से सब वाकिफ है। साहब के बच्चे को गोद मे उठाने से लेकर उसकी पोटी साफ करने में भी जगरूप कभी पीछे नही रहा। जगरूप ने पोस्टिंग के लिए जो माल दिया, वह उसने छह माह में वसूल कर लिया। इससे पहले भी महेश जोशी ने जगरूप को मलाईदार पोस्टिंग दिलवाने में सक्रिय भूमिका निभाई थी।  जहां तक नन्नू मल का सवाल है, अलवर से पहले सवाई माधोपुर में कलेक्टर पद पर तैनात था। लेकिन माल देने के बाद भी वांछित माल नही आ रहा था। चूंकि जूली और पहाड़िया दोनो एससी से ताल्लुक रखते है। इसके अलावा दोनो के बीच अच्छा खासा

लस्सी पिलाकर मोटा कर सकते हैं, पशुपालक अपने पशुओं को।

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  लस्सी पिलाकर मोटा कर सकते हैं, पशुपालक अपने पशुओं को।  बहुत से पशुपालक अपने पशुओं को मोटा और रोगमुक्त रखने के तरीकों की तलाश करते रहते हैं। ऐसे में वे अपने पशु को लस्सी पिलाकर मोटा कर सकते हैं।    छोटा अखबार। ज़्यादातर पशुपालक अपने पशुओं को मोटा और रोगमुक्त करने के लिये अंग्रेजी दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन आज हम आपके लिए पशुओं को मोटा करने का एक ऐसा उपाय ख़ोज कर लाएं हैं जिससे आपकी जेब से सिर्फ 5 से 10 रुपये ही जायेंगे और आपका पशु तंदरुस्त रहेगा।  किसान भाइयों छोटे जानवरों को लंबी भोजन अवधि की आवश्यकता होती है। वृद्ध जानवरों को मोटा होने के लिए कम समय मिलता है। पशु विशेषज्ञों का दावा है कि यदि आप अपने पशु को लस्सी पिलाते हैं, तो उसमे मौज़ूद पोषक तत्व पशुओं के वजन बढ़ाने के साथ—साथ उनके पेट की बीमारियों से भी निजात दिलाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि लस्सी में सफेद नमक बिल्कुल ना मिलाएं। लस्सी में सिर्फ काले नमक और सेंधा नमक मिला कर हीं अपने पशु को दें। इससे पशुओं में भूख बढ़ेगी और 90 दिनों में आपका पशु मोटा हो सकता है। 

हरे चारे की कमी को दूर करने के लिए किसान करें लोबिया की खेती।

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  हरे चारे की कमी को दूर करने के लिए किसान करें लोबिया की खेती।  किसान भाई गर्मी के मौसम में हरे चारे की कमी को दूर करने के लिए लोबिया की खेती कर सकते हैं। क्योंकि यह तेजी से बढ़ने वाली दलहनी चारा फसल है जो अधिक पौष्टिक और पाचक होती है। छोटा अखबार। सामान्यत: गर्मी के मौसम में हरे चारे की कमी को दूर करने के लिए किसान कई बार कटाई वाली फसल लगाते हैं। इसके लिए लोबिया एक बेहतर विकल्प है। इस फसल को लगाने से किसान हरे चारे की कमी से छुटकारा पा सकते हैं। यह एक तेजी से बढ़ने वाली दलहनी चारा फसल है। यह पौष्टिक और पाचक भी है और इससे पशुओं के दुग्ध उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी होती हैं। इस फसल की सबसे अच्छी बात है कि यह खर-पतवार को नष्ट करके मिट्टी की उर्वरता भी बढ़ाती है, जिससे किसान अगली फसल में लाभ ले सकते हैं। वहीं किसान भाई इसे खरीफ और जायद दोनो मौसम में उगा सकते हैं। ऐसे में यदि आप लोबिया की खेती करना चाहते हैं तो यह समय काफी अच्छा है। इसे आप मार्च के अंत तक लगा सकते हैं। इसके लिये आपको उन्नत किस्मों का ही चुनाव करना चाहिए। लोबिया की उन्नत किस्मों में सबसे ज्यादा प्रचलित कोहिनूर किस्म है।