Posts

राज्य में कंगारू मदर केयर के 77 मास्टर तैयार

Image
राज्य में कंगारू मदर केयर के 77 मास्टर तैयार छोटा अखबार। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कम वजनी, कुपोषित और समय से पहले जन्मे नवजात शिशुओं की बेहतर देखभाल के लिए सरकार नवजात सुरक्षा योजना लाएगी। उन्होंने कहा कि कंगारू मदर केयर पद्धति को भी निरोगी राजस्थान का हिस्सा बनाया जाएगा।  शर्मा एसएमएस मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में आयोजित कंगारू मदर केयर कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी नवजात की मौत ना हो इसके लिए जल्द ही ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। इस प्रोग्राम के लिए 77 मास्टर ट्रेनर्स तैयार किए जा चुके हैं, जो जिला और ब्लॉक स्तर पर जाकर आमजन को ‘कंगारू मदर केयर‘ के बारे में जागरूक करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में लगाए जाने वाले स्वास्थ्य मित्रों को भी कंगारू मदर केयर का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि प्रदेश में शिशु मृत्यु दर में और कमी आ सके। नवजातों के लिए ‘कंगारू मदर केयर‘ बेहतरीन कॉन्सेप्ट है, जिसमें बिना किसी खर्चे के केवल ‘स्पर्श चिकित्सा‘ के जरिए बच्चा बेहतर स्वास्थ्य पा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में शिश

जनता क्लिनिक का उद्घाटन

Image
जनता क्लिनिक का उद्घाटन छोटा अखबार। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने निरोगी राजस्थान की संकल्पना के साथ किशनपोल विधानसभा क्षेत्र की रैगर बस्ती, तोपखाना में चौथे और जालूपुरा पार्क में राजधानी के पांचवें जनता क्लिनिक का उद्घाटन किया। इससे पूर्व राजधानी के वाल्मिकी नगर, आजाद नगर और वनविहार में जनता क्लिनिक खोले जा चुके हैं।  चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में आम जनता को उनके निवास के नजदीक गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद््देश्य से 100 जनता क्लिनिक खोले जाने हैं। इन जनता क्लिनिकों पर प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र के समकक्ष चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। यहां एक एम.डी. डॉक्टर, दो नर्स, एक फार्मसिस्ट, एक एएनएम और एक सफाई कर्मी की नियुक्ति की गई है। यहां लगभग 300 तरह की दवाएं निशुल्क मिलेंगी वहीं 7-8 तरह की जांचें की करवाई जा सकेंगी। ये क्लिनिक पूरी तरह पेपरलैस हैं और यहां मरीजों को कोई पर्ची नहीं दी जाती। सभी मरीजों का डेटा रखा जाता है। अगली बार आने पर उन्हें केवल अपना रेफरेंस नंबर ही बताना होता है। उन्होंने कहा कि डेटा के आधार पर ही मरीजों को हैल्थ कार्

पहली बार चैंपियन बना बांग्लादेश

Image
पहली बार चैंपियन बना बांग्लादेश   छोटा अखबार। बांग्लादेश ने अंडर 19 विश्व कप फ़ाइनल में भारत को तीन विकेट से हरा दिया है। चार बार का चैंपियन भारत जब दक्षिण अफ़्रीका के पॉचेफ़स्ट्रूम में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ उतरा तो उम्दा रिकॉर्ड देखते हुए सबको लगता था कि ख़िताबी जीत उसे ही मिलेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बड़ा उलटफेर करते हुए बांग्लादेश ने भारत को तीन विकेट से हरा दिया और वह पहली बार चैंपियन बनने में भी क़ामयाब रहा। बांग्लादेशी टीम छिपी रुस्तम साबित हुई। उसकी ख़िताबी जीत के हीरो रहे उसके गेंदबाज़ जिन्होंने भारत को पहले सस्ते में समेट दिया और बाद में बल्लेबाज़ी करते समय धैर्य से काम लिया। बांग्लादेश के बल्लेबाज़ों ने धीरे-धीरे मैच को भारत की पकड़ से निकाला। बाद में बांग्लादेश की बल्लेबाज़ी भी चरमराई मगर पुछल्ले बल्लेबाज़ों ने मैच जीतकर ही दम लिया। बांग्लादेश के सामने जीत के लिए 178 रन का लक्ष्य था। बांग्लादेश ने जब 41 ओवरों में सात विकेट पर 163 रन बना लिए थे, तब बारिश के कारण खेल रोकना पड़ा। दोबारा खेल शुरू होने पर बांग्लादेश को डकवर्थ लुइस नियम के चलते 46 ओवर में 170 रनों का लक्ष्य मिला।

नेशनल लोक अदालत का शुभारंम्भ

Image
नेशनल लोक अदालत का शुभारंम्भ छोटा अखबार। नेशनल लोक अदालत का शुभारंम्भ कार्यक्रम कॉफ्रेन्स हाल राजस्थान उच्च न्यायालय परिसर में न्यायाधिपति संगीत लोढा ने प्रारंम्भ किया। राजस्थान के 35 न्यायिक जिलों में प्रकरणों की संख्या के हिसाब से बैंन्चों का गठन किया गया। राजस्थान उच्च न्यायालय, जयपुर में 03 बैंच व राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर में 04 बैंच बनाई गई। जयपुर व जोधपुर उच्च न्यायालय में लंम्बित प्रकरणों व प्रि लिटीगेशन के प्रकरणों के लिए न्यायाधिपतिगण एवं पूर्व न्यायाधिपतिगण की अध्यक्षता में बैंच बनाई गई है, जिसमें सदस्य के रूप में सेवानिवृृत्त जिला न्यायाधीश एवं अधिवक्ता को नियुक्त किया गया।   राज्य भर में जो प्रकरण राष्ट्रीय लोक अदालत के 815 बैंचों को जो मामले समक्ष रैफर किये गये हैं, उनमें 1,55,695 प्रकरण लंम्बित प्रकरण थे, जबकि 1,03,846 प्रकरण प्रि-लिटिगेशन के थे। इस प्रकार कुल 2,59,541 प्रकरण  बैंचों के समक्ष नियत किये गये।  उक्त नेशनल  लोक अदालतों  में राजीनामा योग्य सभी प्रकृति के प्रकरण  दीवानी, राजस्व, श्रम, मोटर वाहन दुर्घटना दावा, पारिवारिक  मामले , बैंक  बीमा कम्पनी, व रोडवेज

मरु महोत्सव -2020 की झलक

Image
मरु महोत्सव -2020 की झलक  

मणिपाल हॉस्पिटल में तीन दुर्लभ सफल असंगत किडनी प्रत्यारोपण किये 

Image
मणिपाल हॉस्पिटल में तीन दुर्लभ सफल असंगत किडनी प्रत्यारोपण किये  छोटा अखबार। मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर ने, 18 वर्षीय रवि सोनी और 39 वर्षीय श्रीमती राजबाला, 52 वर्षीय आदित्य (बदला हुआ नाम) को नया जीवन प्रदान किया यह संभव हो पाया एक दुर्लभ और अद्वितीय असंगत किडनी प्रत्यारोपण के द्वारा । यद्यपि असंगत किडनी प्रत्यारोपण की दुनिया भर में लोकप्रियता बढ़ रही है, हालांकि विकासशील देशों की अपनी सीमाएं हैं जैसे कि उच्च लागत, एंटीबॉडी-मध्यस्थता अंग अस्वीकृति का जोखिम और पोस्ट-प्रत्यारोपण संक्रमणों का बढना। ये प्रत्यारोपण जटिल थे क्योंकि प्राप्तकर्ताओं और दाताओं के बीच रक्त समूह बेमेल थे। इन सभी बाधाओं के बावजूद, मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर की किडनी ट्रांसप्लांट टीम ने तीन सफल असंगत किडनी ट्रांसप्लांट किए। वर्तमान में सभी मरीज सामान्य किडनी फंक्शन के साथ सक्रिय व स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। इस मामले में दाता का रक्त समूह AB+ था और प्राप्तकर्ता का रक्त समूह B+ था। सभी मरीज गंभीर रुप से किडनी की समस्या से पीड़ित थे और गुर्दा प्रत्यारोपण ही उनके लिए उपचार का अंतिम विकल्प था। इन दुर्लभ किडनी प्रत्यारोपणों के बारे म

किसान और पशुपालक राज्य बजट का अहम हिस्सा - मुख्यमंत्री

Image
किसान और पशुपालक राज्य बजट का अहम हिस्सा - मुख्यमंत्री छोटा अखबार। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि किसान और पशुपालक राज्य के बजट का अहम हिस्सा हैं। उनका प्रदेश की जीडीपी और अर्थव्यवस्था में महत्त्वपूर्ण योगदान है। हमारी सरकार किसानों की खुशहाली के लिए पूरी तरह समर्पित है। आगामी बजट में भी हमारा प्रयास रहेगा कि आपकी आकांक्षाओं और उम्मीदों पर हम खरा उतर सकें। इसके लिए आपके सुझाव अमूल्य होंगे जिनसे न केवल आपकी समस्याओं का समाधान होगा बल्कि प्रदेश की समृद्धि भी बढ़ सकेगी। गहलोत सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में किसानों, पशुपालकों, डेयरी संघ एवं जनजाति क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के साथ बजट पूर्व संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार को यह अहसास है कि विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं और कार्यक्रम चलाने के बाद भी किसानों के स्तर में आशानुरूप सुधार के लिए अभी भी काफी संभावनाएं हैं। हम तमाम चुनौतियों के बावजूद इस दिशा में सतत प्रयासरत हैं कि किसान और पशुपालक आत्मनिर्भर बन सकें।  मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान की विषम भौगोलिक परिस्थितियों एवं प्राकृतिक आपदाओं के बीच भी यहां का किसान पूरी मेहनत के साथ अन्न